बिहार में आकाशीय बिजली गिरने से 16 की मौत, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जताया शोक
(शशि कोन्हेर) : वज्रपात से प्रदेश के सात जिलों में 16 लोगों की मौत पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गहरा शोक जताया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा की इस घड़ी में वह प्रभावित परिवारों के साथ हैं। उन्होंने मृतक के परिजनों को तत्काल चार-चार लाख रुपए अनुग्रह अनुदान दिए जाने के निर्देश दिए हैं।
वज्रपात से पूर्वी चंपारण में चार, भोजपुर में तीन, सारण में तीन पश्चिम चंपारण में दो, अररिया, बांका व मुजफ्फरपुर में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है। मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि सभी लोग खराब मौसम में पूरी सतर्कता बरतें। वज्रपात से बचाव के लिए आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा समय-समय पर जारी किए गए सुझावों का अनुपालन करें।
आरा में चार की गई जान
भोजपुर जिले के अलग-अलग जगहों पर मंगलवार को बारिश के दौरान वज्रपात से चार की मौत हो गई। जबकि तीन लोग घायल हो गए। मृतकों में दो भोजपुर जिला एवं एक अरवल के निवासी हैं। पहला हादसा मुफस्सिल थाना क्षेत्र अन्तर्गत धोबहां ओपी के बसंतपुर गांव में हुआ। मंगलवार की अपराह्न करीब तीन बजे बसंतपुर गांव स्थित बगीचा में बारिश के दौरान वज्रपात से एक किसान की मौत हो गई।
इलाज के लिए सदर अस्पताल लाने के दौरान उन्होंने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। हादसे को लेकर लोगों के बीच अफरातफरी मची रही। मृतक 45 वर्षीय जय प्रकाश साह आरा मुफस्सिल थाना क्षेत्र के कडऱा- बसंतपुर गांव निवासी स्व.काशी साह के पुत्र थे। वे पेशे से एक किसान थे। शव का पोस्टमार्टम सदर अस्पताल में कराया गया।
बगीचे की रखवाली के दौरान हुए हादसे का शिकार
इधर, मृतक के बड़े भाई कृष्णा साह ने बताया कि मंगलवार की दोपहर अपने बगीचे की रखवाली करने गए थे कि अचानक तेज आंधी एवं बारिश शुरू हो गई। इसके बाद बारिश से बचने के लिए बगीचे में ही स्थित जामुन के पेड़ के नीचे छिप गए। अचानक तेज बारिश के दौरान ठनका उन पर गिरा और वह बुरी तरह झुलस गए।
इसके बाद स्वजनों द्वारा उन्हें आनन-फानन में इलाज के लिए सदर अस्पताल, आरा लाया जा रहा था तभी उन्होंने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। बावजूद इसके स्वजन उन्हें सदर अस्पताल लाए। जहां चिकित्सक ने देख उन्हें मृत घोषित कर दिया। इसके पश्चात स्वजनों ने इसकी सूचना टाउन थाना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिस सदर अस्पताल पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया।