3 कांग्रेस विधायक सस्पेंड, कार में मिले लाखों रूपए…..
(शशि कोन्हेर) : रांची। पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले में 3 विधायकों के पास से 48 लाख कैश मिलने से झारखंड कांग्रेस सकते में आ गई है। एक काली फॉर्च्यूनर गाड़ी से मिले कैश को गिनने के लिए मशीन मंगवाई गई थी। पुलिस ने तीनों को पूछताछ के लिए हिरासत में लेकर पूछताछ हो रही है। इधर, झारखंड कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने बताया कि तीनों कांग्रेसी विधायकों को सस्पेंड कर दिया गया है।
उधर, झारखंड कांग्रेस के एक विधायक के करीबी की ओर से कहा गया है कि महज 40 से 50 लाख रुपए से सरकार नहीं गिराई जा सकती है। बता दें कि झारखंड में भाजपा विपक्ष में है। चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा सबसे पड़ी पार्टी साबित हुई थी। कांग्रेस के समर्थन से उसने सरकार बनाई।
हावड़ा सिटी पुलिस के डीसीपी साउथ प्रतीक्षा झाखरिया ने बताया कि गाड़ी में राजेश कच्छप, नमन विक्सेल कोंगारी और इरफान अंसारी थे। मुखबिरों से जानकारी मिली थी कि पंचला थाना क्षेत्र के रानीहाटी में एनएच 16 से निकल रही फॉर्च्यूनर में बड़ी मात्रा में कैश है। नाकेबंदी कर हमने गाड़ी रोकी तो जानकारी सही निकली।पुलिस ने इसका खुलासा नहीं किया है, कि कैश का सोर्स क्या है। यह जरूर सामने आ रहा है कि कैश का कनेक्शन पूर्वोत्तर के राज्य असम से है। वहीं, पार्टी सूत्रों के मुताबिक, कुछ दिन पहले ही झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी (जेपीसीसी) के एक पूर्व अध्यक्ष की असम के एक कद्दावर बीजेपी नेता से मुलाकात हुई थी।यह बैठक दिल्ली के एक फाइव स्टार होटल के बंद कमरे में हुई थी। उस मुलाकात के दौरान कांग्रेस नेता के बेटे भी उनके साथ थे। पार्टी सूत्रों का दावा है कि मीटिंग के बाद से कांग्रेस नेता ने खामोशी से अपनी बिसात बिछाई। उसमें प्राथमिक तौर पर कांग्रेस के पांच विधायक शामिल हुए। उनमें से तीन शनिवार देर रात कोलकाता पुलिस के हत्थे चढ़ गए।
हावड़ा पुलिस ने बताया कि इरफान अंसारी जामताड़ा के विधायक हैं, जबकि नमन विक्सल कोंगाडी सिमडेगा के कोलेबिरा और राजेश कच्छप रांची जिला के खिजरी विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। काले रंग की फॉर्च्यूनर गाड़ी बोकारो के किसी नईम अंसारी के नाम से रजिस्टर्ड है, लेकिन उसके आगे विधायक जामताड़ा का बोर्ड लगा हुआ है। गाड़ी गुवाहाटी से बंगाल की तरफ आ रही थी।पश्चिम बंगाल पुलिस ने इस फॉर्च्यूनर को जांच के लिए रोका था। इसी गाड़ी से पुलिस को कैश बरामद हुआ है। इस पर तीनों विधायक सवार थे।गाड़ी में कैश मिलने को लेकर बंगाल पुलिस को पहले से इनपुट मिला था। यह इनपुट झारखंड और दिल्ली से मिला था, जिसके बाद बंगाल पुलिस हरकत में आई। हालांकि, कैश की रिकवरी को लेकर अभी तक तीनों में से किसी विधायक ने यह साफ नहीं किया कि इसका सोर्स क्या है।
झारखंड कांग्रेस का दावा- सरकार अस्थिर करने की साजिश
कैश रिकवरी के बाद झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी (जेपीसीसी) अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि यह झारखंड सरकार को अस्थिर करने की साजिश है। आने वाले समय में चीजें और स्पष्ट होंगी। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में पिछले महीने उद्धव ठाकरे सरकार के पतन के साथ जो राजनीतिक उठापटक समाप्त हुई है। कुछ वैसी ही तस्वीर झारखंड में भी बनाने की कोशिश की जा रही है.