(भूपेंद्र सिंह राठौर ) : मंगलवार को हवन के साथ ही 5 दिवसीय शिवमहापुराण का समापन हो गया। समापन अवसर पर आयोजन समिति के द्वारा भंडारे का भी आयोजन किया गया।जिसमें बढ़ चढ़ कर श्रद्धालुओं ने प्रसाद का ग्रहण किया।
सावन के महीने में शिव पुराण को पढ़ना और सुनना बहुत ही पुण्यदाई होता है. इन्हीं की कथाओं में शिव पुराण के महत्व का वर्णन भी मिलता है.शिव पुराण 18 पुराणों में से एक है. जिसमें भगवान की लीला, कथा और उनकी पूजा विधि के साथ-साथ शिवलिंग की उत्पत्ति और शिव भक्ति से जुड़ी कथाएं हैं।
इसी कड़ी में मंगला के अभिषेक नगर स्थित ओम्कारेश्वर शिव मंदिर में भी शुक्रवार से महिला समिति के द्वारा 5 दिवसीय शिव पुराण का आयोजन कराया गया जिसका समापन मंगलवार को हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत कलश यात्रा के साथ इसकी शुरुआत हुई।
जिसके बाद 5 दिनों तक रोजाना शाम को मंदिर के आचार्य जितेंद्र तिवारी के द्वारा शिवमहापुराण का वाचन किया गया। कथा सुनने बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ मंदिर परिषर में नजर आई। मंगलवार की शाम शिव पुराण का समापन हवन पूजन के साथ सम्पन्न हुआ। हवन के बाद आरती लिए कालोनी के समस्त श्रद्धालु गण मंदिर परिषर में मौजूद रहे।
5 दिनों तक होने वाले शिवमहापुराण का आयोजन कालोनी की ही महिलाओं के द्वारा कराया गया था। जिसमे कालोनी की सभी महिलाओं ने बढ़ चढ़ का भाग लिया। समापन अवसर पर मंदिर परिषर में महिलाओं ने हवन पूजन में बड़ी संख्या में भाग लिया। वही आयोजन समिति के महिलाओं ने बताया कि सावन मास में शिवपुराण का सुनने का अलग ही आनंद है वही ऐसा आयोजन हर वर्ष करने की बात कही।
वही इस दौरान कालोनियों के निवासियों के साथ ही अन्य लोगो को भी खीर पूड़ी के भोज का भी वितरण कराया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु गण मौजूद रहे ।