नीट परीक्षा में छात्राओं के इनरवियर उतरवाने वाले 5 लोग हिरासत में
(शशि कोन्हेर) : मेडिकल में दाखिले से जुड़ी परीक्षा नीट ( नेशनल एलिजविलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट) में केरल की एक लड़की की ओर से परीक्षा से पहले होनी वाली जांच के दौरान इनरवियर उतरवाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। इस मामले को लेकर पांच लोगों को पुलिस हिरासत में लिया गया है।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान की दखल के बाद मंगलवार को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ( NTA) ने इस पूरे मामले की पड़ताल के लिए एक कमेटी गठित कर दी है। जो जल्द ही केरल के कोल्लम जिले का दौरा करेगी। इससे पहले एनटीए ने परीक्षा केंद्र के अधीक्षक और पर्यवेक्षक की रिपोर्ट के आधार पर आरोपों को खारिज किया और घटनाक्रम को काल्पनिक बताया है। शिक्षा मंत्रालय ने मुताबिक एनटीए ने यह कदम शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के निर्देश के बाद उठाया है।
5 महिलाएं पूछताछ के लिए पुलिस हिरासत में
गौरतलब है कि केरल पुलिस ने मंगलवार को राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा की छात्राओं को एक परीक्षा केंद्र पर अपने इनरवियर को हटाने के लिए कहे जाने के मामले की जांच शुरू कर दी है। इस मामले में पांच महिलाओं को हिरासत में लिया गया।
बता दें कि पांच महिलाओं में निजी एजेंसी से जुड़ी तीन महिला कर्मचारी और चर्च द्वारा संचालित शैक्षणिक संस्थान की और दो महिला स्टाफ सदस्य शामिल हैं। जांच का काम सौंपे गए डीआईजी आर निशांती ने कहा कि पुलिस ने अपना काम करना शुरू कर दिया है और इस मामले में हर पहलू की जांच की जा रही है।
केरल के शिक्षा मंत्री ने भी पत्र लिखकर की थी जांच की मांग
वहीं इस पूरे मामले को लेकर केंद्रीय विदेश और संसदीय कार्य राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने भी केंद्रीय शिक्षा मंत्री प्रधान से मुलाकात की थी। इससे अलावा केरल के शिक्षा मंत्री ने भी केंद्रीय शिक्षा मंत्री को पत्र लिखकर इस मामले की निष्पक्ष तरीके से पड़ताल कराने की बात कहीं थी।
एनटीए ने इससे पहले एक बयान जारी कर कहा था कि मीडिया रिपोर्ट के आधार पर केरल के कोल्लम जिले के संबंधित परीक्षा केंद्र के अधीक्षक और पर्यवेक्षक से इसकी रिपोर्ट मांगी गई थी। जिस पर दोनों ने ही बताया है कि उस केंद्र पर ऐसी कोई घटना नहीं हुई है।
न ही इस संबंध में कोई शिकायत उन्हें मिली है। आरोप पूरी तरह से काल्पनिक और गलत है। एनटीए के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक उम्मीदवार के पिता ने जिस तरह का आरोप लगाया है, उस तरह की किसी भी जांच या गतिविधि की नीट ड्रेस कोड अनुमति नहीं देता है।
लड़की ने एनटीए के ड्रेस कोड़ का पालन किया था
ड्रेस कोड परीक्षा में शामिल होने उम्मीदवारों की तलाशी के दौरान लिंग, संस्कृति व धर्म के प्रति संवेदनशीलता रखते हुए परीक्षा की पवित्रता और निष्पक्षता को सुनिश्चित करने का प्रावधान करता है।
गौरतलब है कि नीट परीक्षा को लेकर यह मामला उस समय तूल पकड़ा जब केरल के कोल्लम जिले में एक लड़की के पिता ने पुलिस में इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई। साथ ही बताया कि उनकी बेटी ने एनटीए के ड्रेस कोड़ का पालन किया था, जिसमें इनरवियर के बारे में कुछ नहीं बताया गया है। उससे बाद भी परीक्षा से पहले होने वाली जांच में उसको इनरवियर उतारने के लिए कहा गया।