दंतेवाड़ा में एक साथ 9 नक्सली गिरफ्तार, जानिए किस तरह मिली सफलता ?
दंतेवाड़ा: भांसी थाना इलाके में आगजनी करने वाले माओवादियों को पुलिस ने पकड़ने में सफलता पाई है. पकड़े गए 9 नक्सलियों में दो नाबालिग लड़के भी शामिल हैं, जिनकी उम्र 14 से 16 साल के बीच है. पुलिस के मुताबिक सूचना मिली थी की बीजापुर के मुंडेर और चिडरापाल इलाके में माओवादियों का दल गुप्त रुप से बैठक कर रहा है. पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर बस्तर फाइटर्स और सीआरपीएफ की टुकड़ी को मौके पर रवाना किया गया.
जवानों ने सर्चिग के दौरान 9 माओवादियों को गिरफ्तार किया. पकड़े गए माओवादियों में दो बच्चे भी शामिल हैं. बाकी के सात माओवादी जो पकड़े गए वो हार्डकोर रहे हैं, उनपर भांसी थाना इलाके में आगजनी सहित कई घटनाओं को अंजाम देने का भी आरोप है.
दंतेवाड़ा में लंबे वक्त से माओवादियों पर नकेल कसने के लिए नक्सल उन्मूलन अभियान चलाया जा रहा है. माओवादियों के खिलाफ चलाए जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान में डीआरजी और बस्तर फाइटर्स के जवान शामिल हो रहे हैं. सीआरपीएफ की बटालियन भी उनके साथ मिलकर काम कर रही है.
जिन 9 माओवादियों की गिरफ्तारी हुई उनके बारे में पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी. पकड़े गए नक्सली बीजापुर के सरहदी इलाके मुंडेर, चिडरापाल और भैरमगढ़ के थे जो बाकी माओवादियों से काथ बैठक कर रहे थे. पुलिस ने माओवादियों को जब चारों ओर से घेर लिया तो बाकी के माओवादी भाग गए जबकी 9 नक्सली मौके से पकड़े गए. जवानों को सूचना थी कि मौके पर 20 से 25 माओवादी मौजूद हैं.
जवानों की टीम अब जंगल में भागे खड़े हुए माओवादियों को पकड़ने के लिए बड़े पैमाने पर सर्चिंग अभियान चला रही है. कार्रवाई को दौरान जो माओवादी पकड़े गए हैं उनपर डराने धमकाने और आगजनी सहित दर्जनों मामले थाने में पहले से दर्ज हैं.