बिहार को तेजस्वी के हवाले कर अब झारखंड पर ध्यान देंगे लालू प्रसाद यादव
(शशि कोन्हेर) : बिहार की राजनीति को पुत्र तेजस्वी यादव के हवाले कर लालू प्रसाद यादव अपना ध्यान झारखंड में लगाने जा रहे हैं। अब बिहार से साथ-साथ वे पड़ोसी राज्य की भी चिंता करेंगे और राष्ट्रीय जनता दल को मजबूती देने का प्रयास करेंगे। लालू तीन दिनों के लिए एक केस सिलसिले में पलामू गए हैं।
मामला आचार संहिता से जुड़ा है, लेकिन राजनीति से इनकार नहीं किया जा सकता। तीनों दिन अपने लोगों से मुलाकात करेंगे। कार्यकर्ताओं में जोश भरेंगे। सदस्यों की संख्या बढ़ाने का प्रयास करेंगे। अभी वहां आरजेडी का सदस्यता अभियान भी चल रहा है।
आरजेडी को राष्ट्रीय पार्टी बनाने की कवायद
लालू की इस यात्रा को जनता दल यूनाइटेड की झारखंड में हालिया सक्रियता से जोड़कर देखा जा रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खीरू महतो को राज्यसभा भेजकर झारखंड में अपनी राजनीतिक मंशा को स्पष्ट कर दिया है। इससे आरजेडी में भी बेचैनी है। तेजस्वी भी आरजेडी को राष्ट्रीय पार्टी बनाने के प्रयास में हैं। झारखंड की राजनीति उनके अनुकूल है।
खासकर पलामू और चतरा संसदीय क्षेत्र। संयुक्त बिहार में दोनों क्षेत्रों से आरजेडी की जीत भी होती रही है। झारखंड बनने के बाद भी आरजेडी के टिकट पर पलामू से मनोज भुइयां और घूरन राम सांसद बन चुके हैं। चतरा से नागमणि और धीरेंद्र अग्रवाल भी जीतकर लोकसभा जा चुके हैं।
पुरानी जमीन को फिर प्राप्त करने की जुगत
विधानसभा में भी आरजेडी की अच्छी उपस्थिति थी, जो धीरे-धीरे खत्म होती गई। अन्नपूर्णा देवी के आरजेडी में रहते भर में कोडरमा का इलाका भी लालू प्रसाद यादव की राजनीति के अनुकूल थी। अन्नपूर्णा अब भारतीय जनता पार्टी में हैं और केंद्र में मंत्री हैं। आरजेडी अपनी पुरानी जमीन को फिर से प्राप्त करने की जुगत में है।
तीन संसदीय सीटों पर दावा करेगा आरजेडी
बिहार में कांग्रेस से अलगाव के बाद आरजेडी झारखंड में भी झारखंड मुक्ति मोर्चा के साथ दोस्ती गहरी कर सकता है। झारखंड आरजेडी के कार्यकारी अध्यक्ष संजय यादव का कहना है कि कांग्रेस का कहीं कुछ नहीं है। बिहार की तरह झारखंड में भी आरजेडी के वोट से कुछ सीटें उसे मिल जाती हैं।
आरजेडी की तैयारियां बता रही हैं कि अगले लोकसभा चुनाव में वह बिहार की सीमा से लगे झारखंड की तीन सीटों पलामू, चतरा और कोडरमा पर दावा कर सकता है। इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है। इस बार 25 लाख सदस्य बनाने का लक्ष्य है। हर जिले में कम से कम एक लाख।
पलामू में तीन दिन रहेंगे लालू प्रसाद यादव
लालू अपने विश्वस्त भोला यादव के साथ देर शाम पलामू पहुंच गए। वे तीन दिन सर्किट हाउस में ही ठहरेंगे। मेदिनीनगर की अदालत में पेशी बुधवार को है। गुरुवार को वापसी होगी। 1995 में आचार संहिता उल्लंघन का मामला है। आरजेडी के सारे पदाधिकारी पलामू पहुंच चुके हैं। जाहिर है, अगले तीन दिन राजनीति ही होगी।