तुर्की को मिला करारा जवाब…अब भारत को इस देश से मिला, गेहूं का बंपर ऑर्डर
(शशि कोन्हेर) : मिस्र ने 55,000 टन भारतीय गेहूं की पहली खेप को मंजूरी दे दी है. मिस्र के अलेक्जेंड्रिया बंदरगाह पर पहली खेप पहुंचने के बाद गेहूं की जांच की गई और तय मानकों पर खरा उतरने के बाद हरी झंडी मिली.
खबरों के मुताबिक मिस्र ने भारत द्वारा भेजे गए गेहूं की गुणवत्ता की सराहना की. पिछले कुछ दिनों से भारतीय गेहूं को लेकर काफी हंगामा मचा हुआ है. हाल ही में तुर्की ने भारतीय गेहूं की खेप को यह कहकर लौटा दिया था कि इसमें रूबेला वायरस पाया गया है. लेकिन भारत द्वारा भेजी गई गेहूं की पहली खेप को मिस्र ने स्वीकार कर लिया है. साथ ही गेहूं सभी तरह की जांच में सही पाया है.
‘द हिंदू बिजनेस लाइन’ ने एक निर्यातक के हवाले से लिखा कि गेहूं बेचने के लिए मिस्र सबसे कठिन बाजार है. साथ ही बड़ा बाजार भी है और जिस तरह से मिस्र ने भारतीय गेहूं की पहली खेप को स्वीकार किया है, ये तुर्की के लिए एक जोरदार झटका है, जिसने दो सप्ताह पहले ही भारतीय गेहूं की खेप को लौटा दिया था. निर्यातकों का मानना है कि मिस्र को गेहूं के एक्सपोर्ट से व्यापार के अवसर खुलेंगे.