(भूपेंद्र सिंह राठौर) : मई महीने से रद्द 34 ट्रेनों का परिचालन 24 जून के बाद शुरू हो जाएगा। उसके बाद भी यात्री इन ट्रेनों में रिजर्वेशन करवाने में रुचि नहीं ले रहे हैं। कुछ ट्रेनो में 30 से 40 वेटिंग है तो कुछ ट्रेनो में अभी भी कन्फर्म टिकट यात्रियों को मिल रही है।
काेयला ढुलाई के लिए ज्यादा से ज्यादा मालगाड़ियाें को चलाने के लिए रेलवे ने अप्रैल में 20 ट्रेनों को पहले केवल एक माह के लिए कैंसिल किया था। बाद में इसकी मियाद बढ़ाकर 24 जून कर दी गई। मई-जून में कैंसिल रहने वाली ज्यादातर ट्रेनें वही हैं, जो अप्रैल में कैंसिल की गईं थीं।
इसी वजह से यात्रियों का आशंका है अगर 24 जून के बाद भी ट्रेनों के कैंसिलेशन की मियाद बढ़ाई गई तो उनका रिजर्वेशन करवाना बेकार हो जाएगा। अभी जितनी ट्रेनें कैंसिल हैं, उनमें ज्यादातर रायपुर, दुर्ग व बिलासपुर से होकर गुजरती हैं।
रेलवे के जानकारों के अनुसार यात्रियों को आशंका है कि इन ट्रेनों के कैंसिल रहने की अवधि आगे बढ़ायी जा सकती है। ऐसी में उनका टिकट भी रद्द हो जाएगा। राजस्थान समेत कई राज्यों में जुलाई में कोयले की कमी की आशंका है।
ऐसे में ये ट्रेनें फिर से रद्द की जा सकती है।अप्रैल में जब अचानक ट्रेनों को रद्द किया गया तब 3 से 4 माह पहले सीटें बुक कराने वालों की टिकटें भी कैंसिल हो गईं। इस वजह से कई लोगों का छुटि्टयाें में घूमने जाने का प्लान फेल हो गया। दरअसल उनके पास उसी रुट की दूसरी ट्रेन में जाने का विकल्प कम था।
लेकिन 24 जून के बाद एक बार फिर से सभी रद्द ट्रेनो के चलने की सम्भावना जताई जा रही है,जिसके लिए रद्द ट्रेनो में आरक्षण टिकट देना शुरू कर दिया गया है। आरक्षण काउंटर में बैठे कर्मचारियों की माने तो यहां कुछ ट्रेनों में यात्रियों को कन्फर्म सीट भी मिल रही है,वही कुछ ट्रेनो में वेटिंग टिकट यात्रियों को मिल रहा है।
कई ट्रेनों में सीटें फुल होने के बावजूद यात्री वेटिंग मिलने पर भी सीटें बुक करवा रहे हैं, लेकिन इन 34 ट्रेनों में सीटें खाली होने के बावजूद इक्का-दुक्का रिजर्वेशन ही हो रहे हैं।