अजय चौधरी बने शिवसेना विधायक दल के नए नेता.. आदित्य ठाकरे ने कहा अपनों ने दिया धोखा…जवाब में
(शशि कोन्हेर) : शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे की बगावत के चलते महाराष्ट्र में जारी सियासी घमासान अब नए मोड़ पर पहुंच गया है। महाराष्ट्र विधानसभा के उपाध्यक्ष ने विधायक अजय चौधरी को राज्य विधानसभा में शिवसेना विधायक दल के नेता के रूप में नियुक्त करने के शिवसेना के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।
इस संबंध में डिप्टी स्पीकर कार्यालय की ओर से शिवसेना को पत्र भेजा गया है। वहीं, दूसरी ओर शिवसेना के एक अन्य विधायक दिलीप लांडे भी गुवाहाटी होटल पहुंचकर बागी गुट में शामिल हो गए हैं।
इस बीच शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने मुंबई में पार्टी के जिला प्रमुखों एवं अन्य पदाधिकारियों की बैठक ली। आदित्य ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि सत्ता आती-जाती रहती है। हम सत्ता के लालची नहीं हैं।
हमें परिवार के सदस्य ने ही धोखा दिया है। पहले भी लोगों ने शिवसेना को धोखा दिया है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा है कि जो लोग पार्टी से जाना चाहते हैं, उन्हें जाने दें।
वहीं, शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा- हम हार मानने वाले नहीं हैं। हम सदन के फ्लोर पर जीतेंगे। अगर लड़ाई सड़क पर हुई तो वहां भी जीत हमारी होगी।
जिसको भी हमारा सामना करना है वह मुंबई आ सकता है। इन्होंने (बागी विधायकों ने) गलत कदम उठाया है। राउत ने कहा कि हमने बागियों को पार्टी में लौट आने का मौका दिया था लेकिन अब समय निकल चुका है।
बागी नेता एकनाथ शिंदे ने दावा किया है कि उन्हें शिवसेना के 38 विधायकों का समर्थन हासिल है। शिवसेना की ओर से बागी विधायकों की सदस्यता रद किए जाने की मांग के बीच एकनाथ शिंदे ने दावा किया है कि उनकी अगुवाई वाला गुट ही असल शिवसेना है।
ऐसे में उन्हें और उनके समर्थकों को गीदड़भभकियों से नहीं डराया जा सकता। शिंदे ने शुक्रवार को भी गुवाहाटी में समर्थन विधायकों की बैठक की अध्यक्षता की। शिंदे का दावा है कि शिवसेना के 40 समेत उन्हें कुल 50 विधायकों का समर्थन हासिल है।
महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री और एनसीपी नेता अजित पवार ने कहा कि एनसीपी नेता शाम को 6.30 बजे ठाकरे निवास मातोश्री पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मिलने जाएंगे। हम अपने स्टैंड पर कायम हैं। उद्धव ठाकरे को हमारा समर्थन जारी रहेगा। हम सरकार को स्थिर रखने की कोशिश करेंगे। तेजी से बदलते राजनीतिक घटनाक्रम के बीच एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने भी मुंबई में पार्टी नेताओं की बैठक ली।