चार्टर्ड अकाउंटेंट्स के राष्ट्रीय सम्मेलन “विहान” का आग़ाज़
(शशि कोन्हेर) : 24 जून की सुबह 9:30 बजे रायपुर रोड स्थित होटल सेंट्रल पॉइंट इंटरनेशनल में चार्टर्ड अकाउंटेंट्स का राष्ट्रीय सम्मेलन “विहान” आरंभ हुआ, इस कार्यक्रम को इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया दिल्ली की प्रोफेशनल डेवलपमेंट कमिटी के तत्वाधान में किया जा रहा हैं ।
जो कि बिलासपुर, रायपुर एवं भिलाई शाखा की संयुक्त मेज़बानी से हो रहा हैं । सम्मेलन के प्रथम दिवस में देश भर से मुख्य रूप से छत्तीसगढ़ से लगभग 500 सीए एकत्रित हुए । भौतिक रूप से यह सम्मेलन दो वर्ष पश्चात् हो रहा हैं इसके पूर्व दो वर्षों से सभी सम्मेलन ऑनलाइन ही आयोजित किए जा रहे थे ।
कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में सम्मेलन के मुख्य अतिथि गुरुघासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय बिलासपुर के कुलपति प्रोफेसर आलोक चक्रवाल जी एवं एसईसीएल बिलासपुर के अध्यक्ष – प्रबंध निर्देशक डॉ. पी. एस. मिश्रा जी की उपस्थिति रही । इन्होंने अपने भाषण में इस सम्मेलन की थीम “विहान” शब्द का महत्व बताते हुए, सीए को वित्तीय इंजीनीयर बताया ।
साथ ही साथ ये कहा की हर साल भारत सरकार के लिए जीएसटी का अदभुत कलेक्शन करवा कर, सभी सीए देश के उज्जवल भविष्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं ।
सम्मेलन के मुख्य अतिथि गुरुघासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय बिलासपुर के कुलपति प्रोफेसर आलोक चक्रवाल ने कहा कि भविष्य में जल्द ही आईसीएआई बिलासपुर शाखा के साथ मिलकर एक भव्य राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा ।इस राष्ट्रीय सम्मेलन में सेंट्रल काउन्सिल मेम्बर सीए अभय छाजेड़ एवं सीआईआरसी के अध्यक्ष सीए अतुल मेहरोत्रा ने शामिल हो कर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई । इनके साथ साथ कार्यक्रम में रीजनल काउन्सिल मेम्बर सीए किशोर बरडिया एवं सीए शरद जैन भी मौजूद रहे ।
सम्मेलन के प्रथम दिवस की शुरावती सत्र की वक्ता रायपुर से सीए रिद्धि जैन रही जिन्होंने डिजिटल वर्चूअल ऐसेट्स एवं क्रिप्टो करन्सी से सम्बंधित नियमो पर चर्चा की एवं इस विषय पर हाल में ही आए क़ानून पर अपना ज्ञान साझा किया । कार्यक्रम के द्वितीय वक्ता नागपुर से सीए वरुण विजयवर्गीय थे, उन्होंने सरकारी क्षेत्र से जुड़े करमुक्त व करयोग्य आपूर्ति से सम्बंधित जीएसटी प्रावधान पर महत्वपूर्ण प्रकाश डाला एवं यह बताया कि सीए को पेशेवर क्षमता का विशेष ध्यान रखना चाहिए ।
प्रथम दिवस के अगले तकनीकी सत्र के वक्ता इंदौर से सीए पंकज शाह रहे, उन्होंने आयकर अधिनियम के अंतर्गत होने वाले सर्च एवं सीज़र मामलों पर अपना सत्र लिया और यह बताया कि ऐसे मामलों में क़ानून का पालन करते हुए एक सीए की क्या भूमिका होती हैं ।
इसी के साथ उन्होंने अपने अगले सत्र में शेयर और प्रतिभूतियो से सम्बंधित आयकर नियमो पर चर्चा की, आज के समय के लिए यह विषय बहुत ही महत्वपूर्ण बन कर हमारे सामने आ रहा हैं, क्योंकि पूर्व दो वर्षों में बहुत ही अधिक लोगों ने अपना डीमेट खाता खोलकर शेयर और प्रतिभूतियो में निवेश एवं ट्रेडिंग करना शुरू किया हैं ।
सम्मेलन के प्रथम दिवस का आयोजन सफलता पूर्ण रहा, जिसका श्रेय सम्मेलन के निर्देशक सीए विनोद मित्तल एवं सह-निर्देशक सीए कमल बजाज को जाता हैं । इसमें आईसीएआई बिलासपुर शाखा अध्यक्ष सीए अंशुमन जाजोदिया, रायपुर शाखा अध्यक्ष सीए अमिताभ दुबे एवं भिलाई शाखा अध्यक्ष सीए प्रदीप पाल का भी विशेष योगदान रहा ।