जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर फारूक अब्दुल्ला ने किया तिरंगा का अपमान
(शशि कोन्हेर) : जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख डा फारूक अब्दुल्ला ने तिरंगे का अपमान किया है। उन्होंने कहा कि इसे आप अपने घरों में ही रखें।
यहां यह बता दें कि डा फारूक अब्दुल्ला ने केंद्र सरकार के हर घर तिरंगा अभियान के संदर्भ में अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि इसे अपने घरों में ही रखें। ठीक दो दिन पहले ही डा फारूक अब्दुल्ला ने दिवंगत संतूर वादक भजन सोपोरी की याद में एक सभा के दौरान कहा था कि यहां सिर्फ लोकतंत्र ही चलेगा और हम संविधान की हिफाजत करेंगे।
लेकिन एक बात याद रखना, तिरंगा यहां फरमानों से नहीं उड़ेगा। यह दिलों में उड़ना चाहिए तभी बात बनेगी। उन्होंने कहा कि यह सच है कि वर्ष 1990 में कश्मीर में एक हवा चली थी और उसका खामियाजा आज तक हम कश्मीरी मुस्लिम भुगत रहे हैं। केंद्र सरकार की जम्मू-कश्मीर के प्रति नीतियां तानाशाही जैसी हैं। इन्हें बदलना होगा।
डा फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि आज जम्मू-कश्मीर के लोगों के संवैधानिक अधिकार छीने जा रहे हैं। आज जम्मू-कश्मीर मुश्किल दौर से गुजर रहा है और हमारे बच्चों का भविष्य खतरे में है। हमें इससे एकजुट होकर लड़ना है।
डा अब्दुल्ला ने गत 29 मई को नई दिल्ली में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा था कि जब तक आप जम्मू-कश्मीर में लोगों का दिल नहीं जीतेंगे, तब तक मुझे शांति नहीं मिलेगी। जम्मू-कश्मीर में तब तक शांति नहीं हो सकती, जब तक आप लोगों का दिल नहीं जीतेंगे।
केंद्र सरकार ने भारत की आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत गत शनिवार को कई नई गतिविधियों की घोषणा की थी। इसमें देश के लोगों को एकजुट करने, सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों तक पहुंचने व ‘हर घर तिरंगा’ कार्यक्रम शामिल हैं। केंद्र सरकार का हर घर तिरंगा का अभियान भारतीय स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव को चिन्हित करने के लिए 11 से 17 अगस्त तक हर घर में तिरंगे फहराने का कार्यक्रम है।