अभी भी 45 श्रद्धालु लापता.. बचाओ और राहत अभियान में जुटीं, सेना की 10 रेस्क्यू टीमें
(शशि कोन्हेर) :बाबा अमरनाथ गुफा के करीब बादल फटने से उपजे हालात के बाद प्रदेश प्रशासन ने बचाव और राहत कार्य में ताकत झोंक दी है। अभी तक इस त्रासदी में 15 श्रद्धालुओं की मौत की पुष्टि हो चुकी है जबकि 40 के करीब श्रद्धालु अभी भी लापता हैं।यात्रा से पूर्व नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स की तीन टीमों (एक टीम में 30 जवान) के अलावा सेना की भी 10 रेस्क्यू टीमें पवित्र गुफा से लेकर यात्रा मार्ग पर तैनात हैं।
नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स ने सेना, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, आइटीबीपी और पुलिस के साथ युद्ध स्तर पर राहत अभियान छेड़ रखा है। डाग स्क्वायड की भी मदद ली जा रही है। मलबे में फंसे लोगों को बचाने के लिए तीन टीमें काम कर रही हैं। वहीं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी खुद हालात पर नजर रखे हुए हैं।
चीखो पुकार के बीच मलबे से निकाले जा रहे घायलों को सेना, सुरक्षाबलों के जवान देवदूत बनकर कंधों पर लाद कर हेलीकाप्टरों तक पहुंचा रहे हैं। मलबे से 13 लोगों के शवों को बरामद कर लिया है। मौतों का आंकड़ा बढ़ना तय है।
बरारी मार्ग, पंचतरणी से टीमों को बुलाया : एनडीआरएफ की एक टीम पहले से पवित्र गुफा के पास तैनात है। दो टीमों को यात्रा मार्ग पर बरारी मार्ग, पंजतरणी से राहत अभियान को तेजी देने के लिए बुला लिया है। जरूरत पडऩे पर एनडीआरएफ की अतिरिक्त टीमें भी पड़ोसी राज्यों से पवित्र गुफा से भेजी जा सकती हैं। नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स के डायरेक्टर जनरल अतुल करवाल हालात पर पैनी नजर रखे हुए हैं।