विपक्ष ने सदन में जल जीवन मिशन को लेकर पीएचई मंत्री से पूछे कई सवाल….
रायपुर – छत्तीसगढ़ विधानसभा का मानसून सत्र बुधवार सुबह 11 बजे से शुरू हो गया। प्रश्न काल में जल जीवन मिशन योजना में देरी के मुद्दे में पिछड़ने का मामला उठा। भाजपा विधायक रंजना डीपेंद्र साहू ने यह मामला उठाया। जिसके बाद विपक्ष ने जमकर हंगामा करते हुए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गुरुकुमार को घेरा।
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने यांत्रिकी मंत्री रुद्र कुमार गुरु को घेरते हुए कहा कि 2020 में योजना शुरू हुई और सितम्बर 2023 में पूरा कर लिया जाना है। लक्ष्य तय हुआ है 38 लाख से अधिक घरों तक नल पहुंचाने का। जुलाई 2022 तक केवल 6 लाख लोगों को इसका फायदा दिया गया है। एक साल में 32 लाख कनेक्शन कैसे दिया जाएगा। भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने कहा, सरकार राज्यांश का पैसा ही इस योजना के लिए नहीं दे रही है। इसके बाद भाजपा के सभी विधायक खड़े होकर सवाल करने लगे।
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री रुद्र कुमार गुरु ने कहा, दो साल कोरोना रहा। केंद्र सरकार ने अपने हिस्से का पैसा नहीं दिया। तीन महीने उसका इंतजार करने के बाद राज्य सरकार ने अपने हिस्से के पैसे से इसे आगे बढ़ाया। इसकी वजह से देर हुई। योजना बनकर तैयार है। इस टेंडर लगना शुरू हो चुका है। समय-सीमा के भीतर हम काम पूरा करने का भरोसा दिलाते हैं।
मंत्री रुद्र कुमार ने यह जानकारी दी
65 लाख से अधिक कनेक्शन का है लक्ष्य था
38 लाख 47 हजार कनेक्शन देने की थी प्रशासनिक स्वीकृति
30 जून तक 6 लाख 25 हजार घरेलू कनेक्शन काम पूरे किए गए
32 लाख 49 हजार कलेक्शन काम अधूरा है
भाजपा विधायकों का हमला जारी रहा। बृजमोहन अग्रवाल ने कहा, इस योजना की प्रगति में छत्तीसगढ़ 30वें नंबर पर है। यह शर्मनाक स्थिति है। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने विधानसभा की समिति से जांच कराने की मांग की। इससे पहले कांग्रेस और भाजपा के विधायकों ने पर्यावरण नियमों की अनदेखी और मोटर पंपों को स्थायी बिजली कनेक्शन का मामला उठाया।