विधानसभा घेरने जा रहे सहायक शिक्षकों को पुलिस ने पेण्ड्रारोड रेलवे स्टेशन एवं मरवाही में किया गिरफ्तार
(उज्वल तिवारी) : पेण्ड्रा : वेतन विसंगति दूर करने की मांग को लेकर सहायक शिक्षक फेडरेशन के प्रांतीय आह्वान पर 22 जुलाई शुक्रवार को वादा निभाओ रैली निकालकर विधानसभा घेराव करने जा रहे लगभग 100 सहायक शिक्षकों को पुलिस ने पेण्ड्रारोड रेल्वे स्टेशन एवं मरवाही में गिरफ्तार कर लिया।
गांधीवादी तरीके से शांति पूर्वक प्रदर्शन करने जा रहे सहायक शिक्षकों की गिरफ्तारी को फेडरेशन ने शासन की दमनकारी नीति बताते हुए नाराजगी जताया है। हालांकि बहुत से सहायक शिक्षक अपनी रणनीति के तहत निजी साधन से रायपुर पहुंचने में कामयाब हो गए।
सहायक शिक्षकों के आन्दोलन का दमन कर लिया गया है। उन्हें सुबह सुबह रेल्वे स्टेशन पेण्ड्रारोड एवं मरवाही से पुलिस ने गिरफ्तार करके बस में भरकर गुरुकुल परिसर के जिम्नास्टिक हाल में एवं मरवाही के मंगल भवन में कैद कर दिया, जिन्हें दोपहर को छोड़ा गया। आंदोलन के दमन से सभी सहायक शिक्षकों में शासन के विरुद्ध जमकर नाराजगी है क्योंकि कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के दौरान जन घोषणा पत्र में वायदा किया था कि सरकार बनते ही वह सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति दूर करेगी लेकिन साढ़े तीन साल बाद भी सरकार ने वायदा पूरा नहीं किया।
गत वर्ष सितंबर में आंदोलन टालने के लिए सरकार ने समिति गठित कर 3 माह में वेतन विसंगति दूर करने को कहा था लेकिन वह समिति अब तक रिपोर्ट नहीं दे पाई है बल्कि इस दौरान सहायक शिक्षक फेडरेशन ने दिसंबर में 18 दिनों का आंदोलन भी किया था जिस आंदोलन को समाप्त कराने सरकार ने जल्द ही वायदा निभाने का वायदा किया था लेकिन वह वायदा भी पूरा नहीं हुआ जिसके कारण सहायक शिक्षक 22 जुलाई को रायपुर में एक दिवसीय वायदा निभाओ रैली निकालकर विधानसभा घेराव करने के लिए जाने वाले थे लेकिन पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
रैली में शामिल होने से रोकने के लिए इन्हें किया गया गिरफ्तार
रायपुर की रैली में शामिल होने से रोकने के लिए जिन्हें गिरफ्तार किया गया उनमें पेण्ड्रारोड रेल्वे स्टेशन से सत्यनारायण जायसवाल, ओमप्रकाश सोनवानी, दिनेश राठौर, पीयूष गुप्ता, शरद ताम्रकार, अजय चौधरी, अमिताभ चटर्जी, किरण रघुवंशी, कुसुमलता नागेश, ज्योति कंवर, पूनम मनहर, यज्ञ नारायण शर्मा, विनय राठौर, दुर्गा प्रसाद नागेश, चेतन राठौर, भागीरथी कैवर्त, रणजीत राठौर, दिनेश विश्वकर्मा चेतन राठौर, प्रहलाद राठौर, राकेश राठौर, उत्तम श्रीवास, सुदर्शन रोहिणी, मुकेश मराबी, कन्हैया सोनवानी, त्रिभुवन गोयल, अवध लाल कश्यप, हेमंत राठौर, सूरज राठौर, संजय सोनी, राजेश चौधरी, सर्वेश नामदेव, राजकुमार पटेल इत्यादि तथा मरवाही में मोहन मिश्रा, अमित राय, बलराम तिवारी, दीपक तिवारी, अशोक दुबे, पंचराम केवट, नलिनी राय, हेमवती शर्मा, अंजली गुप्ता, नीलू पाठक, विमल राय, प्रशांत राय, जितेंद्र जायसवाल, दीपेश प्रजापति, इस्माइल खान, उमेश मार्को, राजकुमार चक्रवर्ती, जितेन्द्र राय, विष्णु केवर्त, भुनेश्वर लहरे, धीरेंद्र उपाध्याय, बीरन दास लहरे, हेमिन कोसले, कमलेश चंद्रा, संतोष प्रजापति, ऋषि दीक्षित, कृपाल सिंह, हरनाम सिंह पाव इत्यादि को गिरफ्तार किया गया।
रमन सरकार में हुआ था आंदोलन का दमन, आंदोलन से निकले शिक्षाकर्मी नेता चंद्रदेव राय बन गए विधायक
वर्ष 2017 में रमन सरकार के द्वारा शिक्षाकर्मियों के आंदोलन का दमन किया गया था। उस दौरान रायपुर कूच करने से पहले जिले के शिक्षाकर्मियों के नेता सत्य नारायण जायसवाल को रात में ही पुलिस ने उठाकर थाने में बिठा लिया था, वहीं सैकड़ों शिक्षाकर्मियों को सुबह से पेण्ड्रारोड रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया था। जिससे शिक्षाकर्मियों में रमन सरकार के खिलाफ जबरदस्त नाराजगी था जिसका खामियाजा चुनाव में रमन सरकार को उठाना पड़ा था। उसी आंदोलन से निकले शिक्षाकर्मी नेता चंद्रदेव राय को कांग्रेस ने आरंग विधानसभा का टिकट दिया था, जिस चुनाव को जीतकर चंद्रदेव राय विधायक हैं।