(भूपेंद्र सिंह राठौर) : बिलासपुर जिले में बिल्हा विकासखंड के ग्राम सेलर का गौठान इन दिनों अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। लाखो रुपये खर्च करने के बाद भी यह गौठान वीरान है।
करीब 35 एकड़ क्षेत्रफल में फैला हुआ आदर्श ग्राम गौठान सेलर, ग्रामीणों के विकास और उनकी आजीविका संवर्धन के लिए ग्रामीण औद्योगिक केन्द्र के रूप में विकसित किया गया था। पूर्व में यहां स्व-सहायता समूह सबसे अधिक वर्मीकम्पोस्ट खाद का उत्पादन कर रही थी।
कई क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट खाद की बिक्री की भी यहां से की गई थी, लेकिन अब इस गोठान में न तो गोबर की खरीदी होती और न ही खाद की बिक्री। पिछले 4 महीनों से यहां 1 किलो गोबर की खरीदी तक नही हुई है। इसके अलावा स्व सहायता समूह द्वारा दोना पत्तल निर्माण का कार्य भी बन्द कर दिया गया है।
दो साल पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस आदर्श गौठान का उद्घाटन किया था। मुख्यमंत्री के जाने के बाद कुछ समय तक यहां अच्छा काम हुआ मगर अब इसकी मॉनिटरिंग न होने से सब ठप्प हो गया है।अब केवल यहां बदहाली की तस्वीरे ही आप को दिखाई देंगी।
बतख,बटेर पालन का भी बुरा हाल है नाम मात्र के बतख ही यहां दिखाई देते है,वही बटेर के केवल चूजे ही नजर आ रहे है। ऐसे में आप अंदाजा लगा सकते है कि शासन के पैसों को यहाँ किस तरह से बर्बाद किया गया है। अभी भी सही मॉनिटरिंग इस गोठान की कर दी जाए तो इसकी हालत सुधर सकती है। लेकिन बिल्हा ब्लाक के अधिकारियों को तो इसकी फुर्सत ही नही है।