हर साल यहां दूध में डुबोया जाता है शिवलिंग….पढ़िए पूरी खबर
(मुन्ना पाण्डेय) : सरगुजा/लखनपुर – प्राचीन स्वयं- भू- शिवमन्दिर में विराजमान शिवलिंग के चारों ओर कच्चे मिट्टी का पतला दिवाल बना कर शिवलिंग को घेर लिया जाता है फिर उस परिधि में इतना दूध भर दिया जाता है जिससे शिवलिंग डुब जाये यूं ही 24 घंटे भगवान महादेव के शिवलिंग को दूध में डुबोकर रखा जाता है। इस दौरान अखंड रामायण पाठ का आयोजन कराया जा कर भोलेनाथ को रामचरित मानस तुलसी कृत रामायण पाठ मानस मंडली सदस्यों द्वारा पढ़कर सुनाया जाता है।
दरअसल क्षेत्र में समुचित वर्षा हो नगर जिले प्रान्त तथा राष्ट्र के सुख समृद्धि खुशहाली की कामना को लेकर राजपरिवार के सदस्यों द्वारा ऐसा प्रत्येक वर्ष किया जाता है इस दौरान भगवान शिव शंकर का दुग्धाभिषेक कर विधिवत पूजा अनुष्ठान किये जाते हैं।पुनीत कार्य में आस्था वान नगरवासी शिवभक्त मानस मंडली सदस्य कार्यक्रम में सम्मिलित होते हैं। मान्यता है कि शिव लिंग को दूध में डुबोने से अच्छी फसल की पैदावार संवतसर में अच्छी बारिश होती है। लोगों के मनोकामनाएं पूर्ण होती है।
दूध में डुबोने का चलन काफी पुरानी परंपरा रही है। इस वर्ष भी खंड वृष्टि होने से कृषि कार्य पिछड़ने लगा है जिसे देखते हुए राजपरिवार एवं कांग्रेस के प्रदेश सदस्य विक्रमादित्य सिंह देव के मार्गदर्शन एवं शिवशंकर के अनन्नय भक्त रमेश जायसवाल कृष्णा यादव एवं भजन मंडली सदस्यों द्वारा 30 जुलाई शनिवार को शंकर मंदिर स्थित शिवलिंग को पूरे विधिविधान से दूध में डुबाया गया। सब पर भगवान की कृपा बनी रहे।