जेल में नवाब मलिक के पड़ोसी बनेंगे संजय राऊत.. किसने कही यह बात
मुंबई – पात्रा चॉल घोटाला मामले में ईडी (ED) ने रविवार को शिवसेना नेता संजय राउत को हिरासत में ले लिया. इसके बाद महाराष्ट्र की राजनीति गरमा गई है. जहां बीजेपी इसे संजय राउत की करनी का फल बता रही है. वहीं शिवसेना ने इसे केंद्र सरकार की बेशर्मी भरा दमनकारी नीति बताया है.
किरीट सोमय्या ने कहा, “माफिया पुलिस कमिश्नर संजय पांडेय के बाद अब माफिया नेता संजय राउत पुलिस की गिरफ्त में हैं. गोरेगांव पात्रा चाल 1200 करोड़ का घोटाला, वसईनाय गांव 2000 करोड़ का घोटाला, अलीबाग में जमीन, दादर मुंबई में फ्लैट, विदेश प्रवास.. दुबई में संजय राउत किससे मिले थे, ये सब चीजें जब बाहर आएंगी तो मुझे विश्वास है कि आर्थर रोड जेल में नवाब मलिक का पड़ोसी बनने का सम्मान संजय राउत को मिलेगा.”
बीजेपी नेता राम कदम ने कहा कि शिवसेना नेता को आखिरकार ईडी ने हिरासत में ले लिया. उन्होंने कहा कि राउत ने जितना समय बेबुनियाद आरोप लगाने के लिए बयान देने में लगाया, उससे एक प्रतिशत से भी कम समय अगर जांच अधिकारियों के जवाब देने में लगाते तो आज ये नौबत नहीं आती.
वहीं शिवसेना नेता और पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि आज सुबह से संजय राउत के घर पर आकर ईडी के मेहमान बैठे हुए हैं, कल आपने देखा जिस तरीके से राज्यपाल ने मराठी लोगों के खिलाफ बात की और भाजपा चुप रही, यह साफ दिखाता है कि यह मराठी लोगों को समाप्त करने की साजिश है. शिवसेना को समाप्त करने की कोशिश इसीलिए हो रही है क्योंकि शिवसेना मराठी और हिंदुओं के लिए आवाज उठाने वाला संगठन है.
उद्धव ने कहा कि आज संजय राउत के गिरफ्तार होने की भी संभावना है आज उन्होंने रोख ठोक (सामना संपादकीय) लिखा है और आज ही उन्हें गिरफ्तार किए जाने की तैयारी है. बहुत ही निर्लज्ज तरीके से बहुत ही बेशर्मी से यह सब कुछ किया जा रहा है, यह एक तरीके से दमन की नीति से किया जा रहा है.
बता दें कि ED की टीम रविवार सुबह से मुंबई स्थित संजय राउत (Sanjay Raut) के घर पर मौजूद थी और उनसे मामले से जुड़ी पूछताछ कर रही थी. ED ने राउत को हिरासत में लेने से पहले उन्हें दो बार समन भी जारी किया था, लेकिन राउत एक बार भी पेश नहीं हुए.
ED के अधिकारी रविवार सुबह करीब 7 बजे शिवसेना नेता संजय राउत के आवास पर पहुंचे. राउत से पात्रा चाल भूमि घोटाला मामले में पूछताछ की गई. जांच एजेंसी की टीम के साथ सीआरपीएफ के अधिकारी भी थे. हिरासत में लिए जाने के बाद संजय राऊत मकान से बाहर निकले. इस दौरान उन्होंने गले में केसरिया मफलर लपेटा हुआ था. उन्होंने दोनों हाथ ऊपर उठाकर समर्थकों को दिखाय. साथ ही केसरिया मफलर हवा में लहराया.