दो पत्रकारों ने पुलिस अधीक्षक को आवेदन देकर सट्टा पट्टी लिखने की अनुमति मांगी… जानिए पूरा मामला
(शशि कोन्हेर) : यह मामला दुर्ग जिले के भिलाई क्षेत्र का है। यहां दो पत्रकारों रवि सोनकर और अभिषेक गावत ने दुर्ग के पुलिस अधीक्षक को बाकायदा एक ज्ञापन देकर उनसे अपने क्षेत्र में सट्टा पट्टी लिखने की अनुमति देने की मांग की है। इन पत्रकारों ने कहा है कि उन्हें दुर्ग जिले के नेवाई ऊतई और पाटन थाना क्षेत्र में सट्टा पट्टी लिखने की अनुमति देने का आग्रह किया है।
अपने आवेदन में उन्होंने कहा है कि इन तीनों थाना क्षेत्रों अर्थात नेवई, ऊतई और ,पाटन थाना क्षेत्रों में सट्टा पट्टी लिखने वालों ने बाकायदा अपने कार्यालय बना कर रखे हैं जिसमें छह-सात लोग रोज सुबह से शाम तक सट्टा पट्टी लिखने का काम कर अपनी रोजी रोटी कमा रहे हैं। इस प्रकरण की जानकारी संबंधित थाना क्षेत्र के पूरे स्टाफ है।
पत्रकारों ने पुलिस अधीक्षक के नाम लिखें अपने आवेदन में आगे यह कहा है कि जब उन्होंने खुलेआम सट्टा पट्टी लिखने वाले इन लोगों से पूछा कि वे खुलेआम ऐसा कैसे कर रहे हैं। तो उन्होंने कहा कि उन्हें थाने से इसकी अनुमति मिली हुई है। अपने आवेदन में दोनों पत्रकारों रवि सोनकर और अभिषेक ने पुलिस अधीक्षक से आग्रह किया है कि जब आपके थाना क्षेत्र में कई लोगों को सट्टा पट्टी लिखने का बाकायदा अनुमति दी गई है। तो उन्हें भी (पत्रकारों को भी) सट्टा पट्टी देखने की ऐसी ही अनुमति दिलवाने की कृपा करें।
जिससे वे भी दो वक्त की रोजी रोटी कमा कर अपने परिवार का भरण पोषण कर सकें। आवेदन की शुरुआत में ही पत्रकारों ने यह लिखा है कि वह दोनों ही जिस चैनल में काम करते हैं उसे चैनल के द्वारा कोरोना काल के बाद से उन्हें पैसे नहीं दिए जा रहे हैं।
जिससे उनके परिवार के सामने भूख मरने की नौबत आ गई है। इस स्थिति से उबरने के लिए इन दोनों पत्रकारों ने दुर्ग जिले के पुलिस अधीक्षक से बकायदा आवेदन देकर सट्टा पट्टी लिखने की अनुमति देने का आग्रह किया है।
(पत्रकारों का पत्र न्यूज़ कॉरिडोर से साभार)