आरसीपी सिंह जनता दल यूनाइटेड से दिया इस्तीफा
(शशि कोन्हेर) : पटना – पूर्व केंद्रीय मंत्री रामचंद्र प्रसाद सिंह उर्फ आरसीपी सिंह ने जनता दल यूनाइटेड (जदयू) से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा को अपना इस्तीफा भेज दिया है। शनिवार को ही जदयू ने अपने पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह की संपत्ति की जांच आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) से कराने की बात कही थी।
आरसीपी पर इस बारे में जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने यह नोटिस जारी की थी कि नालंदा जिले के दो प्रखंडों में उनके पास 58 भूखंड हैं, जिसका कुल रकबा 40 बीघा है। यह संपत्ति 2013 से खरीदी जा रही है। नौ वर्षों में आरसीपी ने इतने बड़े स्तर पर जमीन खरीद ली।
जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि जदयू नेतृत्व को जब इसके बारे में शिकायत मिली तो पार्टी ने आरसीपी सिंह को लिखित तौर पर पूछा। यह स्वाभाविक बात है कि जिस व्यक्ति पर आरोप लग रहा है, उसका पक्ष आने तक इंतजार किया जाना चाहिए।
उसके बाद अगर सरकार की जांच एजेंसी आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) से जांच कराने की जरूरत पड़ी तो सरकार को इससे परहेज नहीं होगा। हालांकि आरसीपी को नोटिस जारी करने वाले जदयू के प्रदेश अध्यक्ष ने इसे पार्टी का अंदरुनी मामला बताया और कहा कि हम उनके जवाब का इंतजार कर रहे हैं।
आरोप लगने पर पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने जवाब भी दिया। कहा कि उनकी दो बेटियों के नाम पर जमीन की खरीद में कोई गड़बड़ी नहीं है। मेरी दोनों बेटियां आइपीएस और वकील हैं। दोनों 2010 से आयकर रिटर्न दाखिल कर रही हैं। मेरे पिताजी सरकारी सेवा में थे।
उन्होंने अपनी पूरी संपत्ति हमारी दोनों बेटियों के नाम कर दी थी। उन्होंने कहा कि जमीन की खरीद कई टुकड़े में हुई है। कुछ जमीन बदलेन (जमीन के बदले जमीन) की भी है। शहर की तुलना में गांव की जमीन सस्ती होती है। सिंह ने कहा कि जमीन की खरीद में उनके बैंक खाता से एक रुपये का भी लेन-देन नहीं हुआ है।