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पार्थ चटर्जी जमीन पर सोने को हुए मजबूर, अर्पिता मुखर्जी के निकले आंसू…….

(शशि कोन्हेर) शिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ्तार पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी की महिला मित्र अर्पिता चटर्जी को अलग अलग जेल में रखा गया है। पार्थ को प्रेसीडेंसी जेल के ‘पोइला बाइसा’ वार्ड के दो नंबर सेल में रखा गया है। वहीं, अर्पिता इस समय अलीपुर महिला जेल में बंद हैं।

कोलकाता स्थित बैंकशाल कोर्ट में ईडी की विशेष अदालत ने दोनों की जमानत अर्जी को खारिज करते हुए 14 दिन की जेल हिरासत में भेजने का निर्देश दिया था। पार्थ को प्रेसीडेंसी जेल के ‘पोइला बाइसा’ वार्ड के दो नंबर सेल में रखा गया है। वहीं अर्पिता इस समय अलीपुर महिला जेल में बंद है।

प्रेसीडेंसी जेल के दो नंबर सेल में हैं पार्थ

प्रेसीडेंसी जेल में पहली दफा कदम रखते वक्त पार्थ चटर्जी ने यह भी कहा कि यहां रहना उनके लिए मुश्किल होगा। जेल के सूत्रों का कहना है कि पार्थ को जेल के जिस ब्लाक में रखा गया है वहां करीब डेढ़ सौ हाई प्रोफाइल कैदी भी हैं।

उनके बगल की सेल में कोलकाता स्थित अमेरिकन सेंटर पर हमला करने वाला कुख्यात आतंकी आफताब अंसारी है। पार्थ के सेल में कुर्सी या खाट नहीं है उन्हें कंबल बिछाकर सोना पड़ा। शुक्रवार रात उन्हें खाने में दाल, रोटी सब्जी और मिनरल वाटर की एक बोतल दी गई।

रात में अपना खाना खत्म करने के बाद मंत्री ने अपनी दवाई भी समय पर ली। शनिवार सुबह का नाश्ता अन्य कैदियों की तरह चाय और बटर टोस्ट था। उनके परिवार की ओर से अगर कोई उनसे मिलना चाहेगा तो इसकी अनुमति है।

परिवार का कोई व्यक्ति आकर खाना और कपड़े देना चाहेगा तो दे सकता है।सूत्रों का कहना है कि जेल में रहते वक्त उन्हें ईडी ने उनके कपड़े और किताबें दी है। पार्थ को जिस जेल में रखा गया है वहां कमोड की भी व्यवस्था है। इसके अलावा पार्थ को फिलहाल कोई और सुविधा नहीं मिलेगी।

जेल में कदम रखते ही रो पड़ी अर्पिता

अलीपुर महिला जेल में जाते वक्त अर्पिता ने काफी रोना-धोना किया। लेकिन उनके भले आचरण को देखते हुए उन्हें उस सेल में जगह दी गई जहां वे कैदी रहते हैं जिनका बर्ताव दूसरे कैदियों के मुकाबले बेहतर होता है।

अर्पिता ने इस दौरान खाना खाने से इंकार कर दिया। जेल में अर्पिता की जान को खतरा बताते हुए उनके अधिवक्ता ने खास सुविधाओं की मांग की थी। अदालत ने जेल प्रबंधन से अर्पिता के सुरक्षा इंतजामों पर 18 अगस्त तक रिपोर्ट सौंपने को कहा है।

अर्पिता के 50 से ज्यादा बैंक खाते संदिग्ध हैं। ईडी ने अर्पिता से उनका विस्तृत ब्योरा मांगा है। गौरतलब है कि अर्पिता चटर्जी के वकील ने शुक्रवार को कोर्ट में कहा था कि उनके मुवक्किल के रहन-सहन पर नजर रखते हुए उन्हें प्रथम श्रेणी की कैदी की तरह जेल में रहने दिया जाए।

इसके साथ ही उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए, क्योंकि उन्हें अपनी जान का डर है। अर्पिता को खाना या पानी देने से पहले उसकी जांच होनी चाहिए।

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