आदिवासियों की हितों व अधिकार के लिए सरकार प्रतिबद्ध : संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत
अम्बिकापुर – विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर सोमवार को पीजी कॉलेज ऑडिटोरियम में जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के मुख्य आतिथ्य में मुख्यमंत्री निवास कार्यालय रायपुर में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम का सीधा प्रसारण भी किया गया। जिला स्तरीय कार्यक्रम के मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ शासन के खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्री अमरजीत भगत सहित अन्य अतिथियों के द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। आदिवासी संस्कृति के प्रतीक आदिवासी पोशाक पहनाकर अतिथियों को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर विभिन्न विभागों द्वारा 2470 हितग्राहियों को योजनाआें से लाभान्वित किया गया। इसके साथ ही विशेष पिछड़ी जनजाति के 39 युवाओं को तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी के पदों पर नियुक्ति पत्र दिया गया। विशेष भर्ती अभियान के तहत प्रदेश में सबसे अधिक सरगुजा जिले में नियुक्ति पत्र प्रदान की गई है। विश्व आदिवासी दिवस की बधाई देते हुए मंत्री श्री भगत ने कहा कि आज का दिन आदिवासियों के लिए बहुत बड़ा दिन है। विश्व आदिवासी दिवस अब पूरे विश्व मे त्यौहार के रूप में मनाया जाता है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में सरकार प्रदेश के आदिवासियों के हित व उनके अधिकार के लिए काम कर रही है। स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार, सड़क जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में लगातार काम किया जा रहा है। विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर जिला प्रशासन द्वारा वन अधिकार पट्टा सहित अन्य योजनाओं का लाभ हितग्रहियों को दिया गया। विशेष पिछड़ी जनजाति के युवाओं को भी नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया। कलेक्टर श्री कुंदन कुमार ने विश्व आदिवासी दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ शासन की नीतियों के कारण आदिवासियों की संस्कृति के संरक्षण के साथ ही आर्थिक, शैक्षणिक और स्वास्थ्य के क्षेत्र में तेजी से विकास हुआ है जिसके कारण आदिवासी समुदाय की खुशियां कई गुना बढ़ गई हैं। छत्तीसगढ़ शासन और जिला प्रशासन के समग्र प्रयास से आदिवासियों के जीवन स्तर और आय में बढ़ोत्तरी हो रही है। शासकीय नौकरी में उनकी सहभागिता बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि विशेष पिछड़ी जनजाति की सीधी भर्ती में सबसे अधिक लोगों को नियुक्ति प्रदान करने में सरगुजा सबसे आगे है। उन्होंने शिक्षा की महत्ता बताते हुए कहा कि शिक्षा हर जगह काम आती है। अपनी बुद्धि अपने ज्ञान की सहायता से मुश्किल से मुश्किल घड़ी से बाहर निकल सकते हैं। इसलिए शिक्षा प्राप्त करने में पीछे न रहें।
कार्यक्रम में विशेष पिछड़ी जनजाति के शिक्षित 39 पहाड़ी कोरवा व पंडो युवाओं को तृतीय व चतुर्थ श्रेणी के पदों पर नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया। आदिवासी विकास विभाग के द्वारा कुल 290 हितग्राहियों को वनाधिकार पत्र वितरित किया गया। व्यक्तिगत वन अधिकार पत्र 122, सामुदायिक वन संसाधन अधिकार पत्र 15 व सामुदायिक वनाधिकार पत्र 33, वनाधिकार पुस्तिका 120 लोगों को प्रदान किया गया। जनजाति वर्ग के 70 उत्कृष्ट विद्यार्थियों का सम्मान किया गया। समाज कल्याण विभाग के द्वारा 41 हितग्राहियों को सहायक उपकरण वितरित किया गया। अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति द्वारा संचालित योजना के तहत 5 हितग्राहियों को ट्रैक्टर व अन्य सामग्री प्रदान किया गया। शिक्षा विभाग के द्वारा लगभग 5 लाख का छात्र दुर्घटना बीमा की राशि प्रदान की गई। स्वास्थ्य विभाग के द्वारा 31 हितग्राहियों को आयुष्मान कार्ड, चश्मा व वाकिंग स्टिक प्रदान किया गया। श्रम विभाग के द्वारा मुख्यमंत्री नोनी सशक्तिकरण योजनांतर्गत 41 हितग्राहियों को 8 लाख 20 हजार रुपये की सहायता राशि प्रदान की गई। कृषि विभाग के द्वारा 36 लोगों को स्पेयर पार्ट और बीज का वितरण किया गया। जिला पंचायत के द्वारा मनरेगा के 5 हितग्राहियों को जॉब कार्ड प्रदान किया गया।
इस अवसर पर महापौर डॉ अजय तिर्की, अनुसूचित जनजाति आयोग के सदस्य श्री अमृत टोप्पो, पुलिस अधीक्षक श्रीमती भावना गुप्ता, जिला पंचायत सीईओ श्री विनय कुमार लंगेह, नगर निगम आयुक्त सुश्री प्रतिष्ठा ममगई, डीएफओ श्री पंकज कमल, अपर कलेक्टर श्री ए.एल. ध्रुव, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्री जे.आर. नागवंशी, श्री श्यामलाल जायसवाल, श्री लक्ष्मी गुप्ता, श्री प्रवीण गुप्ता सहित आदिवासी समाज के प्रमुख, अधिकारी-कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में जनजाति समाज के युवा उपस्थित थे।