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नए भवन में हो सकता है संसद का शीतकालीन सत्र, अंतिम चरण में सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट का काम

(शशि कोन्हेर) : नए संसद भवन के शेष काम को पूरा करने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं ताकि संसद का आगामी शीतकालीन सत्र वहां आयोजित किया जा सके।

एक अधिकारी ने बताया कि नए भवन में मिर्जापुर के हाथ से बुने गद्दीदार कालीन, मध्य प्रदेश और राजस्थान के पत्थरों का प्रयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र से टीकवुड फर्नीचर आ गया है। अंदरूनी सज्जा और फर्श पर काम शुरू हो गया है।

नवंबर 2022 तक पूरा होना है नई संसद का निर्माण कार्य
पिछले सप्ताह सरकार ने लोकसभा को बताया था कि नए संसद भवन की परियोजना की भौतिक प्रगति का 70 प्रतिशत हासिल कर लिया गया है और इसके पूरा होने की लक्षित तिथि नवंबर 2022 है।

सूत्रों ने कहा कि इस परियोजना के राष्ट्रीय महत्व को देखते हुए समय सीमा बढ़ाने की अभी कोई योजना नहीं है। अधिकारियों ने बताया, ‘हम संसद के नए भवन में शीतकालीन सत्र सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। ‘ उन्होंने संकेत दिया कि नए संसद भवन के कुछ हिस्से 26 नवंबर यानी संविधान दिवस के आसपास कार्यात्मक हो सकते हैं।

संसद के नए भवन में हो सकता है शीतकालीन सत्र


आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि हालांकि अभी कुछ भी तय नहीं हुआ है। सरकार का कहना है कि संसद का शीतकालीन सत्र नरेन्द्र मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना के तहत बन रहे नए भवन में होगा। दिसंबर 2020 में प्रधानमंत्री मोदी ने नए भवन की आधारशिला रखी थी।

पिछले महीने उन्होंने इमारत की छत पर बने राष्ट्रीय चिह्न का अनावरण किया था। टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड नए संसद भवन का निर्माण कर रहा है। इसमें भारत की लोकतांत्रिक विरासत को प्रदर्शित करने के लिए एक भव्य संविधान हाल, संसद सदस्यों के लिए एक लाउंज, एक पुस्तकालय, कई समिति कक्ष, भोजन क्षेत्र और पर्याप्त पार्किंग स्थान होगा।

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