बिहार के मंत्रिमंडल विस्तार में लालू प्रसाद यादव के जदयू को मिला बड़ा हिस्सा.. 16 मंत्री बनाए गए
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव के दो सदस्यीय मंत्रिमंडल का आज विस्तार हुआ है. जिसमें महागठबंधन के विभिन्न घटकों से लगभग 31 सदस्यों को शामिल किया गया है. नए मंत्रियों ने आज शपथ ग्रहण की है.
प्रदेश में सत्तासीन महागठबंधन के घटक दलों के बीच एक सैद्धांतिक समझौता के तहत बिहार विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी राजद के पास सबसे ज्यादा मंत्री पद होंगे, वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू दूसरे नंबर पर होगी.
नीतीश मंत्रिमंडल में कुल 31 मंत्रियों ने शपथ ली. आज कांग्रेस के 2, ‘हम’ के 1, राजद के 16, जदयू के 11 और एक निर्दलीय नेता ने शपथ ली है. जनता दल यूनाइटेड के पास पुराने विभाग रहेंगे और राष्ट्रीय जनता दल के पास सब भाजपा के मंत्रियों के विभाग होंगे. केवल वित्त और शिक्षा मंत्रालय की बदला-बदली होगा. वित्त जनता दल यूनाइटेड के पास होगा, जबकि शिक्षा राजद को दिया जाएगा. नीतीश और तेजस्वी की टीम में मुस्लिम से 5, ओबीसी/ईबीसी से 17, उच्च जाति से 6, एससी से 5 नेताओं को मंत्री बनाया गया है.
जनता दल यूनाइटेड से विजय चौधरी – सरायरंजन (भूमिहार), विजेंद्र यादव – सुपौल (यादव), अशोक चौधरी – MLC (पासी), श्रवण कुमार – नालन्दा (कुर्मी), संजय झा – MLC (ब्राह्मण), लेसी सिंह – धमदाहा (राजपूत), जमा खान – चैनपुर (मुस्लिम), जयंत राज- अमरपुर (कुशवाहा), सुनील कुमार- भोरे (जाटव), मदन सहनी – बहादुरपुर (मछुआरा) और शिला मंडल – फुलपरास (धानुक) को मंत्री बनाया गया है.
राष्ट्रीय जनता दल से तेजप्रताप यादव- हसनपुर (यादव), आलोक मेहता- उजियारपुर (कुशवाहा), अनिता देवी- नोखा, कुमार सर्वजीत- बोधगया (जाटव), समीर कुमार महासेठ – मधुबनी, मो शाहनवाज -जोकीहाट (मुस्लिम), चंद्रशेखर- मधेपुरा (यादव), रामानंद यादव- फतुहा- (यादव), सुरेंद्र यादव- बेलागंज (यादव), कार्तिकेय मास्टर, इसराइल मंसूरी- कांटी (मुस्लिम), शमीम अहमद-नरकटिया (मुस्लिम), सुरेंद्र राम- गरखा- (जाटव), सुधाकर सिंह- रामगढ़ (राजपूत), ललित यादव और जिंतेंद्र राय मंत्री बनें हैं. वहीं कांग्रेस के मुरारी गौतम – चेनारी (दलित) और अफाक अहमद – कस्बा (मुस्लिम) को मंत्री पद दिया गया है. हम की ओर से संतोष मांझी को मंत्री बनाया गया है.
अकेले निर्दलीय विधायक सुमित कुमार सिंह -चकाई (राजपूत), जिनके दिवंगत पिता नरेंद्र सिंह मुख्यमंत्री के पुराने सहयोगी रहे थे, पिछली सरकार में मंत्री बनाए गए थे, उन्होंने भी मंगलवार को शपथ ली.
आज इन मंत्रियों के शामिल होने के बाद भविष्य में मंत्रिमंडल विस्तार के जरिए अन्य रिक्त स्थानों को भरे जाने की उम्मीद है.