कांग्रेस पार्टी की हालत…बढ़ता ही गया मर्ज… ज्यों ज्यों दवा की
(शशि कोन्हेर) : भारत जोड़ो यात्रा निकालने की तैयारियों में लगी कांग्रेस के लिए सबसे बड़ी समस्या अपने नेताओं को जोड़कर रखने की है। विडंबना है कि कांग्रेस आलाकमान पार्टी की एकजुटता के लिए जितने भी दावे करता है उसके नेता एक-एक कर डूबते जहाज की तरह पार्टी छोड़ कर निकलते जा रहे हैं।
कांग्रेस से वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद के इस्तीफे पर तंज कसते हुए भाजपा ने शुक्रवार को कहा कि विपक्षी पार्टी को ‘भारत जोड़ो’ भूलकर ‘परिवार छोड़ो’ पर ध्यान देना चाहिए। भाजपा ने कहा कि कांग्रेस एक परिवार की ‘कंपनी’ बन गई है और आजाद का इस्तीफा शीर्ष नेतृत्व के खिलाफ ‘अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान’ को दर्शाता है।
कांग्रेस में किसी के लिए आजाद रहना संभव नहीं
भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने राहुल गांधी के ‘भारत जोड़ो यात्रा’ पर तंज कसते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को आजाद का त्यागपत्र यह दर्शाता है कि कांग्रेस में किसी भी व्यक्ति के लिए ‘आजाद’ रहना असंभव है और पार्टी में कोई केवल ‘गुलाम’ या ‘दरबारी’ बनकर ही रह सकता है।
पूनावाला ने कहा कि आइएनसी को इंडियन नेशनल कांग्रेस के बजाय ‘आइ नीड कोटरी’ कहा जाना चाहिए। पिछले कुछ वर्षों में कांग्रेस से कई वरिष्ठ नेताओं ने इस्तीफा दिया है और सभी ने वही कारण गिनाए थे, जो आजाद ने बताए हैं। कांग्रेस पार्टी बचाओ के बदले ‘बेटा बचाओ’ में जुटी है।
कांग्रेस में सिर्फ गांधी परिवार ही बच जाएगा। असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि आखिर में कांग्रेस में सिर्फ गांधी परिवार ही बच जाएगा। उन्होंने कहा कि आजाद ने आज अपने पत्र में जिन मुद्दों का जिक्र किया है, 2015 में उन्होंने भी उन्हीं मुद्दों को उठाते हुए कांग्रेस से इस्तीफा दिया था। उन्होंने कहा, ‘हर कोई जानता है।
कि राहुल गांधी एक अपरिपक्व, सनकी और अप्रत्याशित व्यक्ति हैं। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी पार्टी की देखभाल नहीं कर रही हैं। वह केवल अपने बेटे (राहुल गांधी) को प्रोजेक्ट और प्रचारित कर रही हैं। हालांकि, यह व्यर्थ कवायद है।’एएनआइ की रिपोर्ट के मुताबिक सरमा ने राहुल पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वास्तव में कांग्रेस नेता भाजपा के लिए एक वरदान हैं।