बड़ी खबर….इस गणेश पंडाल का 316 करोड़ का हुआ बीमा…यहां गणपति पहनते हैं 66 किलो सोना
(शशि कोन्हेर) : महाराष्ट्र में गणेश चतुर्थी की सबसे ज्यादा धूम रहती है। एक से एक पंडाल बनाए जाते हैं। महंगी से महंगी मूर्तियां स्थापित की जाती हैं। इस दौरान लाखो लोग अपने ईष्ट देवता के दर्शन के लिए इन पंडालों में जाते हैं। हर साल इस अवसर पर कई दुर्घटनाएं भी घटती रही हैं। इन्हीं दुर्घटनाओं में नुकसान से बचने के लिए आयोजक बीमा भी कराते हैं, इस बार एक आयोजक ने 360 करोड़ का बीमा करवाया है, जोकि अबतक का सबसे महंगा बीमा है।
बीमा लेने वाला जीएसबी सेवा मंडल, किंग्स सर्कल मुंबई का सबसे अमीर मंडलों में से एक है। इसमें पंडाल से लेकर व्यक्तिगत दुर्घटना कवर भी शामिल है। जीएसबी सेवा मंडल के अमित पई ने कहा- “हमने 316.40 करोड़ रुपये का बीमा कवर लिया है। हर एक प्राकृतिक आपदा और आपदा को कवर किया गया है। बीमा में मंडप, भगवान के आभूषण, हमारे कर्मचारी, भक्त और हमारे मशीन शामिल हैं।”
यहां के महा गणपति को लगभग 66 किलो सोने के आभूषणों से सजाया जाता है। सोने के अलावा 295 किलो चांदी का आभूषण भी गणपति को पहनाया जाता है। इसके अलावा अन्य कई कीमती चीजों से गणपति को तैयार किया जाता है।
मंडल ने बताया कि बीमा कवर में उछाल का कारण उन तकनीकों को अपनाना है, जो उत्सवमंडल इस बार अपनाई है। कोरोना के कारण लगे बैन के बीच मंडल ने अपने आप और तकनीकी रूप से मजबूत किया है। जिसमें प्रसाद, पूजा, बैक-एंड कूपन इत्यादि के लिए क्यूआर कोड स्कैनिंग शामिल है। कोई भी मंडल की gsbsevamandal.org. वेबसाइट पर जाकर इन सुविधाएं का उपयोग कर सकता है।
जीएसबी सेवा मंडल के अध्यक्ष विजय कामथ ने बताया कि बुधवार से शुरू होने वाले 10 दिवसीय उत्सव के लिए सभी सार्वजनिक देनदारियों और मंडल में आने वाले प्रत्येक भक्त को बीमा के तहत कवर किया गया है। अधिकारी के अनुसार, 316.4 करोड़ रुपये के बीमा में सोने, चांदी और अन्य मूल्यवान वस्तुओं के लिए 31.97 करोड़ रुपये का कवर है। इसके अलावा पंडाल, स्वयंसेवकों, पुजारियों, रसोइयों, जूतों के ‘स्टाल’ पर काम करने वाले कर्मचारियों, पार्किंग के कर्मचारियों और सुरक्षा कर्मियों का 263 करोड़ रुपये का व्यक्तिगत बीमा कवर शामिल है।