गौठान की महिलायें बाड़ी विकास में कर रही कमाल, 2 महीने में खीरे की खेती से कमाई 90 हजार पार
अम्बिकापुर
– बतौली जनपद के आदर्श गोठान मंगारी में चम्पा स्व सहायता समूह की महिलाओं ने खीरा की खेती कर उसके बिक्री से 90 हजार 450 रुपए शुद्ध मुनाफा कमाया है। गोठान में मल्चिंग विधि से की गई की खेती से खीरा की बंपर पैदावार हुई जिससे महिलाओं ने अब तक 38 क्विंटल खीरा करीब 1 लाख 2 हजार रुपये का बेचा है। छत्तीशगढ़ सरकार की महत्वकाक्षी योजना नरवा गरवा घुरवा बाड़ी योजना में बतौली विकासखंड के आदर्श गौठान मंगारी के स्वम सहायता समूह की महिलाओ ने बाड़ी विकास कार्यक्रम में जिले के महिलाओ के सामने नज़ीर पेश किया है।
चम्पा महिला स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष श्रीमती सुरजकली और सचिव श्रीमती अनिशा ने बताया कि मंगारी गोठान में बाड़ी विकास के तहत चम्पा स्व सहायता समूह की महिलाओं को ड्रिप इरिगेशन व मल्चिंग विधि से आलमगीर एवं क्रिष वेरायटी के खीरा की खेती हेतु आवश्यक तकनीकी मार्गदर्शन उद्यानिकी विभाग के एवं वैज्ञानिक डॉ प्रशांत शर्मा के द्वारा दिया गया। गोठान में करीब 75 डिसमिल में खीरे की खेती जुलाई माह में किया गया। कम समय में ही अच्छा उत्पादन शुरू होने से आस-पास के बाजार में मांग बढ़ी जिससे तेजी से बिक्री बढ़ी। उल्लेखनीय है कि कलेक्टर श्री कुन्दन कुमार के मार्गदर्शन व जिला पंचायत सीईओ श्री विनय कुमार लंगेह के नेतृत्व में जिले के गोठानों को आजीविका केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है। गोठान में सब्जी की खेती सहित अन्य आयमूलक गतिविधियां निरंतर संचालित हो रही है। कई गोठानों में हल्दी व शकरकन्द की खेती भी की जा रही है। रीपा के तहत औद्योगिक इकाइयों स्थापित की गई है जिसमें गोनायल, बोरा निर्माण, ब्रेड निर्माण, कच्ची घानी आदि कार्य चल रहे है। उद्यानिकी विभाग के उपसंचालक श्री एन एस लावात्रे, वरिष्ठ उद्यान विकास अधिकारी श्री डी के सिंह, बतौली विकासखंड के उद्यान विभाग के उद्यान अधीक्षक श्री जयपाल सिंह मरावी एवं ग्रामीण उद्यान विस्तार अधिकारी श्री विजय निकुंज ने गौठान में भ्रमण कर तकनीकी जानकारी समूह के सदस्यों को दिया।