दयालबंद गुरुद्वारा में तीर्थयात्रियों का किया गया सम्मान….
(शशि कोन्हेर) : बिलासपुर – मानवता की चादर धर्म एवम मानवता के लिए अपने प्राणों की कुर्बानी देने वाले धन-धन श्री गुरु तेग बहादर साहिब जी के 401 साला पावन प्रकाश पूरब शताब्दी वर्ष की खुशी में सिक्ख समाज बसना द्वारा 28 अगस्त को संगत का एक जत्था ऐतिहासिक गुरु धाम के दर्शनार्थ यात्रा के लिए निकला, जो की आज 5 सितंबर को वापस पहुंचा। इस अवसर दयालबंद गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा बसना गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का सफल यात्रा आयोजन हेतु शिरोपाओ देकर सम्मान किया गया। इस मौके पर बसना कमेटी द्वारा दरबार साहिब अमृतसर का प्रसाद बिलासपुर कमेटी को दिया गया
सिक्ख समाज बसना के संरक्षक स लाल सिंघ छाबड़ा एवम प्रधान स मनजीत सिंघ सलूजा के मार्ग दर्शन में , स त्रिलोचन सिंघ तलुजा एवम स मनजीत सिंघ छाबड़ा के नेतृत्व में यह जत्था दिल्ली के ऐतिहासिक गुरु धाम श्री शीश गंज साहिब,श्री बंगला साहिब,श्री मोती बाघ साहिब,श्री बाबा बंदा सिंघ बहादर गुरुद्वारा,श्री दमदमा साहिब,श्री रकाब गंज साहिब,माता सुंदरी गुरुद्वारा साहिब,मजनू का टीला ,नानक प्याऊ साहिब, बाला साहिब,श्री पाऊंटा साहिब के श्री तीर गढ़ी साहिब,श्री भगाड़ी साहिब,श्री शेर गाह साहिब,श्री कृपाल शीला साहिब, कुरुछेत्र के छठवी पातशाही का ऐतिहासिक स्थान, श्री मंजी साहिब,श्री पंजोखरा साहिब,श्री दमदमा साहिब भटिंडा, श्री दरबार साहिब अमृतसर,श्री अकाल तख्त साहिब के साथ साथ अन्य ऐतिहासिक गुरुद्वारों के दर्शन इस यात्रा में की। इसके पूर्व भी 5 बार संगत को लेकर सिक्ख समाज बसना द्वारा धार्मिक यात्रा निकली है।
यात्रा में बसना के अलावा गढ़फुलझर, सांकरा,पिथोरा, झलप, बागबाहरा,भिलाई,बिलासपुर,कुंडा, कंटाबंजी, रायगढ़, कवर्धा, बेमेतरा से सिक्ख समाज के अलावा अन्य समाज से भी इस यात्रा में शामिल हुए। यात्रा के बिलासपुर पहुंचने पर दयालबंद बिलासपुर की प्रबंधक कमेटी एवम साध संगत द्वारा संगत के लिए सुबह का लंगर का प्रबंध किया गया। प्रमुख रूप से प्रधान नरेंद्रपाल सिंघ जी गांधी,पूर्व प्रधान स अमरजीत सिंघ जी दुआ,सेकेट्री मनदीप सिंह जी गंभीर,जसबीर सिंघ जी गांधी, सतपाल सिंह छाबड़ा, महेंद्रर सिंह गंभीर, जसपाल सिंह टुटेजा के साथ साथ सिक्ख समाज के सदस्य, स्त्री सत्संग की महिलाए उपस्थित रही।