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मरीज की पत्नी से दिल लगा बैठे डॉक्टर साहब….अस्पताल में हुई चप्पलों से पिटाई तो मुंह छुपा कर भागे

(शशि कोन्हेर) : मुरादाबाद – प्‍यार… बड़ा खूबसूरत एहसास है लेकिन, जब यह मर्यादाएं भूल जाए तो आदमी को लेने के देने पड़ जाते हैं। कुछ ऐसा ही हुआ जिला अस्‍पताल के एक लगभग 50 वर्षीय डाक्‍टर के साथ। डाक्‍टर साहब ने एक मरीज का आपरेशन किया था। इसके चलते मरीज की पत्‍नी का अस्‍पताल आना-जाना हुआ तो डाक्‍टर साहब उससे दिल लगा बैठे।

उसे साथ में लेकर कार से घूमने भी लगे। यह बात जब महिला के घर वालों को पता चली तो उन्‍होंने समझाया लेकिन, डाक्‍टर साहब का बेकाबू दिल मानने का तैयार ही नहीं था। आखिरकार सोमवार को महिला के घर वाले जिला अस्‍पताल पहुंच गए और चप्‍पलों से पिटाई कर डाक्‍टर साहब के सिर से प्‍यार का भूत उतार दिया। इसके बाद डाक्‍टर साहब को अस्‍पताल से मुंह छिपाकर भागना पड़ा। 

सोमवार को दोपहर में करीब साढ़े 11 बजे ओपीडी चल रही थी। तभी एक चिकित्‍सक (जनरल सर्जन) के कक्ष में दो महिलाएं और एक पुरुष पहुंचे। उन्होंने चिकित्सक से बातचीत शुरू की। चिकित्‍सक उन्‍हें पहले सही जानते थे तभी सभी मरीजों को बाहर निकाल दिया और उन तीनों लोगों से बातचीत करने लगे। वह तीनों लोग उसी महिला के घर वाले थे, जिससे डाक्‍टर साहब इश्‍क फरमा रहे थे।

डाक्‍टर साहब के कक्ष के बाहर काफी भीड़ थी। मरीज अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। तभी अचानक उनके कक्ष में चीख-पुकार मच गई। महिलाओं ने डाक्‍टर की चप्‍पलों से पिटाई शुरू कर दी। डाक्‍टर कक्ष से भागते हुए बाहर निकले और महिलाएं भी हाथ में चप्‍पल लेकर बाहर निकलीं। यह देख अस्‍पताल में हड़कंप मच गया। दोनों महिलाएं और पुरुष करीब 20 मिनट तक वहीं बेंच पर बैठे रही लेकिन, चप्‍पलों से मार खा चुके डाक्‍टर साहब नहीं लौटे। इस दौरान कर्मचारी आकर महिलाओं से मामले की जानकारी करने लगे।

अस्‍पताल से भागते ही डाक्‍टर ने फोन स्विच आफ कर लिया। नाम न बताने की शर्त पर एक कर्मचारी ने बताया कि डाक्टर ने कुछ समय पहले एक मरीज का आपरेशन किया था। इस दौरान मरीज की पत्‍नी से डाक्‍टर का प्रेम प्रसंग शुरू हो गया। अक्सर वह उस महिला के साथ कार में आते-जाते दिखाई देते थे। महिला के स्वजनों के बार-बार समझाने के बाद भी उन्होंने मिलना-जुलना नहीं छोड़ा। आखिरकार आज डाक्‍टर साहब पर चप्‍पलें बरस गईं।

इस बारे में अपर निदेशक और प्रमुख चिकित्‍सा अधीक्षक डा. एनके गुप्‍ता ने बताया कि ओपीडी में हंगामे की जानकारी हुई थी लेकिन, बाद में पता चला कि चिकित्सक का कोई निजी मामला था। उपचार को लेकर कोई बात होती तो मामले की जांच कराकर कार्रवाई की जाती। किसी ने मामले को लेकर शिकायत भी नहीं की है। अगर कोई शिकायत मिलती है तो उचित कार्रवाई की जाएगी।

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