(शशि कोन्हेर) : बिलासपुर : कोनी थाना क्षेत्र के पौसरा गांव में रहने वाले समीर बनर्जी पिता श्यामलाल बनर्जी की धर्मपत्नी श्रीमती करुणा बनर्जी ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। इसकी सूचना पाकर पौंसरा गांव पहुंची कोनी थाने की पुलिस को पंचनामा कार्रवाई के दौरान जांच में मृतका को शादी के बाद एक बच्चा होने की जानकारी मिली। इसी तरह पुलिस को यह भी जानकारी मिली की शादी के बाद से मृतका तरुण बनर्जी को उसके पति और सास-ससुर के द्वारा पसंद ना कर अपशगुनी और बदसूरत होने की बात कहते हुए बार-बार ताना मार कर मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाता था।
जिसके कारण प्रताड़ना से तंग आकर मजबूरी में मृतिका करुणा बनर्जी द्वारा जहर सेवन कर आत्महत्या कर ली गई। एफएसएल रिपोर्ट से भी मृतक महिला के द्वारा एल्युमिनियम फास्फाइट नामक कीटनाशक का सेवन करने की पुष्टि हुई। जांच में आरोपी पति समीर बनर्जी ससुर श्याम नाथ बनर्जी और सास श्रीमती पुष्पा बनर्जी द्वारा मृतिका को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने के कारण खुदकुशी करने पर मजबूर करने की बात सामने आई।
इसी तरह इस मामले से संबंधित साक्ष्य छुपाने मिटाने का अपराध भी आरोपियों द्वारा किए जाने की जानकारी मिली। इस पर धारा 306 और 201 तथा 34 का अपराध घटित होना पाए जाने पर आरोपियों के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध कर इसकी जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई। जानकारी मिलने पर एसएसपी श्रीमती पारुल माथुर के द्वारा आरोपियों को अति शीघ्र गिरफ्तार करने हेतु निर्देशित किया गया।
इस पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेंद्र कुमार जायसवाल तथा नगर पुलिस अधीक्षक श्रीमती स्नेहिल साहू के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी कोनी और उनकी टीम ने पौसरा गांव में दबिश देकर मृतिका करुणा बनर्जी के पति समीर बनर्जी, ससुर श्यामनाथ बनर्जी और सास श्रीमती पुष्पा बनर्जी को पकड़कर थाना लाया गया तथा विधिवत गिरफ्तारी कर एग्रीमेंट पर भेजा गया न्यायिक रिमांड पर भेजा गया।
इस मामले में विवेचना तथा आरोपियों की गिरफ्तारी में निरीक्षक सुखनंदन पटेल, प्रधान आरक्षक सोमनाथ यादव, आरक्षक विनीत कोसले, नवल तिवारी और समारू लकड़ा का विशेष योगदान रहा।