छत्तीसगढ़

भुट्टे और भिंडी की बाड़ी में गांजे की अवैध खेती… दो लाख रू कीमत के गांजा के पौधे जब्त.. जीपीएम जिले का मामला

(उज्जवल तिवारी) : जीपीएम :  मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ का सीमावर्ती जिला होने के कारण गौरेला पेंड्रा मरवाही को तस्करी के मामले में कुछ अधिक ही संवेदनशील माना जाता है। इसके चलते ही इस जिले की पुलिस लगातार अवैध गांजा और मादक पदार्थों के परिवहन के खिलाफ कार्रवाई करती चली आ रही है। गौरेला पेंड्रा मरवाही जिला के मरवाही थाना अंतर्गत बदरोडी गांव में एक किसान के द्वारा अपनी बारी में भिंडी और भुट्टे पौधों के छुपा कर बड़े पैमाने पर गांजे की अवैध खेती की जा रही थी।

मरवाही थाना पुलिस को इसकी जानकारी होते ही वह बदरोडी गांव में कुंतलगडई बांधा के पास जा पहुंची। और वहींं बाड़ी में छिपाकर गांजे की खेती करने वाले बाबूलाल चिचमा की बाड़ी में छापा मारकर गांजा के 350 पौधे जिनका कुल वजन 38 किलो के आसपास और कीमत दो लाख रुपए जप्त किए। जैसे ही मरवाही पुलिस को इस बात की जानकारी मिली।

उसने पुलिस अधीक्षक श्री आई कल्याण अलिसेला, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती अर्चना झा और एसडीओपी गौरेला श्री अशोक वाडेगावकर को इसकी सूचना दी। और पुलिस कप्तान से मिले आदेश तथा एडिशनल एसपी और एसडीओपी के मार्गदर्शन में मरवाही थाना और साइबर सेल की टीम गठित कर तत्काल कार्यवाही के निर्देश दिए। इसी टीम ने मरवाही थाना क्षेत्र के बदरोडी गांव जाकर गांजा की खेती करने वाले बाबू लाल चिचमा की बाड़ी में छापा मारकर बड़ी मात्रा में गांजा के पौधे जप्त किए और आरोपी बाबूलाल को गिरफ्तार कर लिया।

इस समूची कार्रवाई में साइबर सेल प्रभारी निरीक्षक प्रवीण द्विवेदी थाना प्रभारी मरवाही अनिल अग्रवाल उप निरीक्षक बीएल कोसरिया, आरक्षक नारद जगत रमेश जायसवाल राजेश शर्मा राम लाल खुराना चौपाल कश्यप सतीश कोर्राम और संजय रात्रे की विशेष भूमिका रही।

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