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रेपचेज में विनेश फोगाट 2 पदक जीतने वाली भारत की पहली महिला बनी

नई दिल्ली – विनेश फोगाट रेपचेज में स्वीडन की एमा जोना को हराकर बुधवार को विश्व चैंपियनशिप में दो पदक जीतने वाली भारत की पहली महिला पहलवान बनीं। 28 वर्षीय विनेश ने इससे पहले कजाखस्तान में 2019 में भी विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता था। विनेश स्वर्ण पदक की दावेदार थी लेकिन मंगलवार को 53 किग्रा भार वर्ग में मंगोलिया की पहलवान से एकतरफा मैच में 0-7 से हार गईं थीं।

मंगोलियन पहलवान खुलन बटखुयाग ने फाइनल में अपनी जगह पक्की की जिस कारण विनेश को रेपचेज राउंड में खेलने का मौका मिला। रेपचेज में विनेश ने पहले कजाखस्तान की पहलवान को 4-0 से हराया। अगले दौर में चोट के कारण अजरबेजान की लीला गुरबनोवा उतरी नहीं जिस कारण विनेश ने कांस्य पदक दौर में प्रवेश किया। तीन बार की कामनवेल्थ गेम्स पदक विजेता विनेश ने इसके बाद कांस्य पदक मुकाबले में स्वीडन की एमा को 8-0 से हराकर पदक अपने नाम किया।

आज कांस्य के लिए खेलेंगी निशा
68 किग्रा में निशा दहिया कांस्य के लिए खेलेंगी। उन्होंने बुल्गारिया की सोफिया को 11-0 से मात देकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया। लेकिन उन्हें सेमीफाइनल में जापान की एमी इशी से 4-5 से मात मिली। महिलाओं की 57 किग्रा स्पर्धा में सरिता मोर ने पहले दौर में विश्व की अंडर-23 चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता कनाडा की हन्ना टेलर को 4-2 से हराया। इसके बाद सरिता पोलैंड की अनहेलिना लिस्क से 0-7 से हार गईं। उनके अलावा मानसी अहलावत को क्वार्टर फाइनल में 59 किग्रा में पोलैंड की जोविता मारिया ने 5-3 से मात दी। मानसी रेपचेज दौर में नहीं पहुंच पाईं क्योंकि मारिया सेमीफाइनल में हार गईं।

क्या है रेपचेज राउंड
रेपचेज राउंड के जरिये शुरुआती दौर में हारने वाले पहलवानों को कांस्य पदक जीतने का एक और मौका मिलता है। आप जिस प्रतिद्वंद्वी से हारते हैं और वह फाइनल में पहुंच जाता है तो विपक्षी पहलवान को रेपचेज खेलने का मौका मिलता है।

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