(दिलीप जागवानी ) : बिलासपुर : देश में ट्रेनों की बिगड़ी चाल और कोल परिवहन और प्रबंधन के मामले में दोनों प्रमुख दलों के अपने तर्क हैं. कांग्रेस के शहर विधायक शैलेश पांडे का आरोप है केंद्र की मोदी सरकार मनमानी कर रही है जबकि भाजपा विधायक विकास और जन सुविधाओं पर जोर दे रहे हैं।
शहर विधायक ने कड़े शब्दों में केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए कहा देश मे कोयले का प्रबंधन कैसे फेल हो गया. कोयला उत्पादन करने वाला भारत विश्व का पांचवा बड़ा देश है 320 अरब टन कोयला देश में है ऐसे में इसके प्रबंधन में गड़बड़ी कैसे हुई।
उन्होंने कहा त्योहारों का सिलसिला शुरू हो गया है ऐसे में रेलवे बोर्ड के चेयरमैन के दावे का क्या हुआ. यह शर्म की बात है कि छत्तीसगढ़ की भोली भाली जनता के साथ रेलवे प्रबंधन और केंद्र सरकार खिलवाड़ कर रहा है।
केंद्र सरकार के लिए पैसेंजर और कोयले का परिवहन दोनों जरूरी बताते हुए भाजपा के मस्तूरी विधायक डा कृष्णमूर्ति बंधी ने कहा समय की मांग को देखते हुए देश मे तीसरी रेल लाइन बिछाने का कार्य तेजी से चल रहा है. इससे कुछ असुविधा उत्पन्न हो रही है रेलवे प्रबंधन भी कोशिश कर रहा है कि बिना वजह ट्रेनों का परिचालन रद्द न किया जाए पैसेंजर की सुविधाओं का भी ख्याल रखा जा रहा है।
यातायात विस्तार के लिए काम किया जा रहा है इसके बाद सभी तरह के ट्रेनों का परिचालन द्रुतगति से हो सकेगा. वहीं रेलवे के निजीकरण की कोशिश पर कहा कांग्रेस के द्वारा फैलाया गया लोगों के बीच भ्रम है देश में तीसरी रेल लाइन बेहद जरूरी है इसलिए कुछ बाधा उत्पन्न हो रही है।
जनप्रतिनिधियों के अपने तर्क और दावे हैं लेकिन यह भी सच है कि 1 साल में 200 से ज्यादा ट्रेनें रद्द की गई है खासकर त्योहारी सीजन में लोगों को बेहद परेशानी हुई है कोयले का लदान और परिवहन आम लोगों की समझ से परे है इस पर भी केंद्र और राज्य सरकार का अपना अपना तर्क है।