संपूर्ण व्यक्तित्व को निखारने में पुस्तक का योगदान : विधायक ध्रुव
(सुहैल आलम) : गौरेला पेंड्रा मरवाही – डॉ सी वी रामन विश्वविद्यालय और टैगोर अंतर्राष्ट्रीय साहित्य एवं कला महोत्सव के तहत आयोजित पुस्तक यात्रा रतनपुर से अपने पहले पड़ाव पेंड्रा पहुंची। कार्यक्रम का शुभारंभ आईसेक्ट केन्द्र से किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के तौर पर विधायक डॉक्टर के के ध्रुव उपस्थित थे.
प्रारंभ में पुस्तक यात्रा के उद्देश्य एवं लक्ष्यों पर पर पुस्तक यात्रा के समन्वयक एवं आईसेक्ट के क्षेत्रीय प्रबंधक योगेश मिश्रा ने विस्तृत जानकारी दी। के.के ध्रुव विधायक मरवाही ने पुस्तक यात्रा की इस अनूठी पहल के लिए विश्वविद्यालय परिवार को बधाई देते हुए कहा कि ‘इंसान के संपूर्ण व्यक्तित्व को निखारने में पुस्तकों का महत्वपूर्ण योगदान होता है।’ वरिष्ठ साहित्यकार राजेन्द्र प्रसाद पाण्डेय ने कहा कि ‘टेक्नोलॉजी के युग में पुस्तकों की उपेक्षा हो रही है हमें पुस्तकों के महत्व को समझना होगा।’ साथ ही उन्होंने बताया कि पेण्ड्रा जिला भारत के महान साहित्यकार माधव राव सप्रे की कर्मभूमि रहा है। यहां उन्होंने जीवन के तीन वर्ष बिताए। सप्रे जी ने छत्तीसगढ़ मित्र नाम से समाचार पत्र भी निकाला था। जिसमें ‘एक टोकरी भर मिट्टी’ कहानी लिखी जो कि हिन्दी साहित्य की प्रथम मौलिक कहानी कही जाती है। यही नहीं इस जिले में भारत के महान साहित्यकार अज्ञेय व गोपालदास नीरज साहित्य सम्मेलन में शिरकत कर चुके हैं। साहित्यकार वेदचन्द्र जैन ने कहा कि ‘जो इंसान पुस्तकों के लिए मिलों यात्राएं किया करता था उसने किताबों से दूरी बना ली है।’ कार्यक्रम में शामिल हुए युवा साहित्यकार विरेन्द्र यादव ने स्वरचित कविता का पाठ किया। कार्यक्रम के समापन पर साहित्यकार राजेन्द्र प्रसाद पाण्डेय, वेदचन्द्र जैन, विरेन्द्र यादव। शिक्षक जीडी गुप्ता, नवीन जेम्स। छात्र उत्तम पूरी, आकांक्षा राठौड़, सत्येन्द्र केंवट, नितिन गुप्ता, लक्ष्मण कश्यप का प्रतीक चिन्ह व प्रमाण पत्र देकर सम्मान किया गया। विद्यालय के बाहर डॉ सी वी रामन विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा नुक्कड़ नाटक का मंचन हुआ। जिसे देखने हेतु बड़ी संख्या में बड़ी संख्या में लोग एकत्रित हुए। कार्यक्रम का मंच संचालन अवनीश पाण्डेय, जिला प्रबंधक आईसेक्ट ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु नीरज साहू, ब्लॉक प्रबंधक आईसेक्ट व पुस्तक यात्रा के सहित नगर पंचायत अध्यक्ष राकेश कुमार जालान, राकेश चतुर्वेदी(पार्षद), रमेश साहू(पार्षद), शामिल हुए। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
पुस्तके ज्ञान का स्रोत – अर्चना झा
यहां से पुस्तक यात्रा का काफिला जिला पुलिस मुख्यालय पहुंचा। यहां पुस्तक यात्रा का स्वागत किया गया। एडिशनल एसपी अर्चना झा ने पुस्तक यात्रा की सराहना करते हुए कहा कि ‘पुस्तकें ही ज्ञान का स्त्रोत हैं हमने किताबों से जो दूरी बढ़ाई है यह यात्रा उसी दूरी को मिटाने के उद्देश्य से निकली गयी है।’ साथ ही उन्होंने बताया कि इस पुलिस मुख्यालय में शहीद वीर नारायण सिंह बघेल की स्मृति में लाइब्रेरी ‘पुलिस की पाठशाला’ की स्थापना की गयी है। जिसका लाभ आसपास के क्षेत्र के विद्यार्थी सतत रूप से ले रहे हैं। इस मौके पर एडिशनल एसपी अर्चना झा का सम्मान पुस्तक यात्रा के समन्वयक एवं आईसेक्ट के क्षेत्रीय प्रबंधक योगेश मिश्रा द्वारा स्मृति चिन्ह गया व पुलिस की पाठशाला हेतु किताबें भेंट की गयी। साथ ही मुख्यालय के अन्य पुलिसकर्मियों को उपहार भेंट स्वरूप प्रदान किये गये। इस के पश्चात एडिशनल एसपी अर्चना झा ने पुस्तक यात्रा को अपने अगले पड़ाव पर प्रस्थान हेतु फ्लैग ऑफ किया।