देवी मंदिरों में उमड़ी आस्था का सैलाब…. शारदीय नवरात्रि का हुआ शुभारंभ
(मुन्ना पाण्डेय) : लखनपुर– (सरगुजा) सनातन से चली आ रही परंपरानुसार शारदीय नवरात्रि मनाये जाने का सिलसिला नगर सहित आसपास ग्रामीण अंचलो में 26 सितंबर दिन सोमवार से आरंभ हुआ । शारदीय नवरात्र मनाये जाने को लेकर नगर के प्राचीन महामाया मंदिर भवानी मंदिर, रामपुरहीन माई शक्ति पीठ ग्राम जेजगा तथा अन्य शक्ति पीठों में आदिशक्ति की पूजा अनुष्ठान भक्तों द्वारा की गई। प्रथानुसार प्राचीन महामाया मंदिर मे राजपरिवार के कुंवर अमीत सिंह देव ने अपने कुल देवी माता कात्यायनी कामायनी के विधिवत पूजा अनुष्ठान किये। मंदिर के पंडित पुजारियों ने वैदिक मंत्रोंचार के साथ पूजा अनुष्ठान कराया। प्रथा अनुसार अश्विनी मास के शुक्ल पक्ष प्रतिपदा तिथि से लेकर नवमी तिथि तक राजपरिवार द्वारा अपने कुल पूज्य देवी मां महामाया की पूजा अनुष्ठान की जाती है।
देवी मंदिर में पहले दिन होने वाली पूजा अनुष्ठान के दौरान राजपरिवार के विक्रमादित्य सिंह देव,उदय प्रताप सिंह देव, चुन्नु बाबा, विरेन्द्र सिंह देव तथा नगर के माता भक्त शामिल रहे। शारदीय नवरात्र के मौके पर राजघराने के अलावा नगर सहित आसपास ग्रामीण अंचलों से आये भक्तों ने देवी माता के दर्शन पूजन किये।
इसके साथ बाजार पारा दुर्गा मंडप में सप्तमी तिथि को मां दुर्गा के प्रतिमा स्थापित किये जायेगे। वहीं नव चेतना दुर्गा पूजा पंडाल, जूना लखनपुर, में प्रतिपदा तिथि को मां दुर्गा के प्रतिमा स्थापित कर पंडित पुजारी एवं माता भक्तों द्वारा पूजा अनुष्ठान की गई। साथ ही क्षेत्र के ग्राम अमगसी नवापारा ग्राम लटोरी, कुन्नी,कटिन्दा के दुर्गा पंडालों में प्रतिमा पूजा किये जाने कवायद शुरू हुई ।दुर्गा पूजा समितियो द्वारा दुर्गा पंडालों में साफ सफाई रंग रोगन साज सज्जा को विशेष अहमियत दी गई है । दर्शनार्थियों के आने जाने दर्शन पूजन के लिए खास पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। नगर लखनपुर सहित तथा क्षेत्र में सब तरफ भक्तिमय वातावरण निर्मित है। माता के नौ रूपों के पूजा अनुष्ठान के साथ दीप कक्षों में अखंड मनोकामना दिप कलश भी प्रज्वलित किये गये शक्ति के भक्ति का महापर्व साल में दो बार चैत्र मास एवं क्वार में मनाये जाने प्रथा रही है। इसे शारदीय एवं चैत्र नवरात्र कहा जाता है पौराणिक मान्यतानुसार
आदिशक्ति मां जगदम्बा के नौ रूपों में शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्मांडा, स्कंदमाता ,कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी, सिद्धिदात्री के पूजा अर्चना किये जाने की धार्मिक विधान रही है। शारदीय नवरात्र मनाने का सिलसिला आज से आरंभ हो गया है जो नौ दिनों तक अनवरत जारी रहेगा। ग्रामीण क्षेत्रों में जवारा बोकर जगराता करने वाले माता भक्तों ने भी सम्पूर्ण तैयारी के साथ आदि शक्ति देवी माता के स्वरूपों का पूजा अनुष्ठान आरंभ किया । देवी मंदिरों में सबेरे से माता भक्तों की भीड़ देखी गईं। क्षेत्र में हर तरफ भक्तिमय वातावरण निर्मित है।