हैदराबाद में राज्य सरकार के भवनों पर प्रॉपर्टी टैक्स का 3000 करोड़ रुपए बकाया….
(शशि कोन्हेर) : ग्रेटर हैदराबाद म्युनिसिपल कारपोरेशन की नजर मैं प्रॉपर्टी टैक्स के लिहाज से प्रदेश सरकार सबसे बड़ी डिफाल्टर बनी हुई है। ग्रेटर हैदराबाद म्युनिसिपल कार्पोरेशन (GHMC) को राज्य सरकार के भवनों से प्रॉपर्टी टैक्स के रूप में 3000 करोड़ रुपए वसूलने बाकी हैं।
एक आरटीआई कार्यकर्ता को द्वारा की गई जानकारियों के जवाब में उक्त जानकारी दी गई। आरटीआई कार्यकर्ता को दी गई जानकारी में बताया गया है कि ग्रेटर हैदराबाद म्युनिसिपल कारपोरेशन को स्टेट सेक्रेटेरिएट बिल्डिंग के ही प्रॉपर्टी टैक्स के 391 करोड़ 8 लाख रुपए वसूलने बाकी हैं। इस सेक्रेटेरिएट बिल्डिंग के प्रॉपर्टी टैक्स का भुगतान बीते 21 सालों से नहीं किया गया है।
इसी तरह प्रॉपर्टी टैक्स के मामले में दूसरा सबसे बड़ा डिफाल्टर हैदराबाद का नीलोफर हॉस्पिटल है। इस सरकारी हॉस्पिटल पर प्रॉपर्टी टैक्स के 230 करोड रुपए बकाया है हैदराबाद के केंद्रीय जेल पर प्रॉपर्टी टैक्स के 77 करोड़ 7 लाख रुपए बकाया है।