शशि थरूर, दिग्विजय सिंह और अब मुकुल वासनिक की एंट्री.. कौन बनेगा कांग्रेस अध्यक्ष.. आज नामांकन का अंतिम दिन
(शशि कोन्हेर) : कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर शुक्रवार का दिन काफी अहम रहने वाला है. आज नामांकन पत्र जमा करने की आखिरी तारीख है. राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह और केरल से सांसद शशि थरूर चुनाव में नामांकन पत्र जमा करने जा रहे हैं. इसके साथ ही मुकुल वासनिक, मल्लिकार्जुन खड़गे और कुमारी शैलजा भी नामांकन कर सकती हैं. नामांकन वापसी की आखिरी तारीख 8 अक्टूबर है. कयास लगाए जा रहे हैं कि आने वाले दिनों में कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव रोचक होने वाला है. G-23 ग्रुप से अलग से प्रत्याशी उतरने की चर्चाएं शुरू हो गई हैं.
बता दें कि गुरुवार को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अध्यक्ष पद के चुनाव की दौड़ से खुद को बाहर कर लिया. उन्होंने ये निर्णय कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद लिया. गहलोत के सीएम पद पर बने रहने को लेकर भी सस्पेंस गहरा गया है. पार्टी की तरफ से बताया गया है कि एक या दो दिन में इस पर फैसला हो जाएगा. वहीं, गहलोत के मुकाबले से बाहर होने बाद दिग्विजय सिंह कांग्रेस अध्यक्ष पद की दौड़ में शामिल हो गए हैं.
दिग्विजय ने साफ किया है कि वे शुक्रवार को अपना नामांकन दाखिल करेंगे. हालांकि, ये स्पष्ट नहीं हो सका कि दिग्विजय को पार्टी हाइकमान ने समर्थन दिया है या नहीं. ये बात दिग्विजय सिंह ने खुद स्वीकार की और कहा है कि उन्होंने स्वयं चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है. सूत्रों का कहना है कि पार्टी हाइकमान दलित उम्मीदवार के नाम पर विचार कर रहा है. इसमें मल्लिकार्जुन खड़गे को सबसे आगे चल रहा है. इसके अलावा, मीरा कुमार, मुकुल वासनिक (G-23) और कुमारी शैलजा का नाम भी चर्चा में है. फिलहाल, खड़गे शुक्रवार सुबह सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे. इस मुलाकात पर सभी की निगाहें टिकी हैं. हाइकमान से स्वीकृति मिलने पर खड़गे चुनावी मैदान में उतर सकते हैं.
G-23 की तरफ से थरूर से इतर हो सकता है प्रत्याशी
वहीं, खबर है कि देर रात G-23 के कुछ नेता आनंद शर्मा के घर मुलाकात करने पहुंचे हैं. इनमें भूपेंद्र सिंह हुड्डा, मनीष तिवारी, पृथ्वीराज चव्हाण का नाम शामिल है. माना जा रहा है कि शशि थरूर (G-23) से इतर इन नेताओं में से भी कोई उम्मीदवार हो सकता है. इन G-23 के नेताओं के बीच वेट एंड वॉच की स्थिति चल रही है. अध्यक्ष पद के चुनावी रण में अभी अशोक गहलोत की एंट्री को रूल आउट करना जल्दबाजी होगी. बताया जा रहा है कि लगातार गहलोत से बातचीत का दौर जारी है. वहीं, मुकुल वासनिक और अंबिका सोनी 10 जनपथ की ओर से मध्यस्थता कर रहे हैं. ऐसे में बागी नेता इस बात का इंतजार कर रहे हैं कि गहलोत नहीं तो फिर गांधी परिवार का उम्मीदवार कौन होगा? उसी के हिसाब से आगे की रणनीति होगी और आखिरी तारीख में इन नेताओं में से कोई नामांकन दाखिल कर सकता है. ये नेता तैयारी करने के लिए बैठे हैं. अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर हर दूसरे दिन मुलाकातें हो रही हैं.
थरूर और दिग्विजय का नामांकन करना फाइनल!
इधर, शशि थरूर (G-23) शुक्रवार को अपना नामांकन दाखिल करेंगे. उन्होंने गुरुवार को दिग्विजय सिंह के साथ बैठक की और दोनों नेताओं ने कहा कि उनका मुकाबला प्रतिद्वंद्वियों का नहीं, बल्कि दोस्तों के बीच होगा और अंतत: कांग्रेस की जीत होगी. दिन में दिग्विजय सिंह ने नामांकन पत्र के कुल 10 सेट कलेक्ट किए. उन्होंने कहा कि वे शुक्रवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगे. झारखंड में पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी ने भी पार्टी के शीर्ष पद के लिए नामांकन पत्र का एक सेट कलेक्ट किया.
कांग्रेस अध्यक्ष के लिए 17 अक्टूबर को मतदान
दिग्विजय सिंह ने पत्रकारों से कहा- मैंने नामांकन पत्र ले लिया है और संभवत: मैं शुक्रवार को अपना नामांकन दाखिल करूंगा. ये पूछे जाने पर कि क्या वे पार्टी नेतृत्व के इशारे पर चुनाव लड़ने जा रहे हैं तो उन्होंने कहा- मैंने खुद निर्णय लिया है. चुनाव मैदान में रहने के सवाल पर कहा- वापसी की तारीख तक इंतजार करिए. ये पूछे जाने पर कि क्या वे चुनाव को लेकर गंभीर हैं? इस पर कांग्रेस नेता ने कहा- आप मुझे गंभीरता से क्यों नहीं लेते? बुधवार देर रात दिग्विजय सिंह भारत जोड़ो यात्रा को बीच में छोड़कर दिल्ली पहुंचे हैं. कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए 17 अक्टूबर को मतदान होगा और 19 अक्टूबर को परिणाम घोषित किया जाएगा.
सोनिया से मिले गहलोत के बाद पायलट
वहीं, सोनिया गांधी से गहलोत की मुलाकात के कुछ घंटे बाद सचिन पायलट भी दस जनपथ पहुंचे. गहलोत ने विधायकों की बगावत की नैतिक जिम्मेदारी ली और माफी मांगी है. उन्होंने ये भी कहा है कि वे राजस्थान के राजनीतिक संकट की जिम्मेदारी लेते हैं और कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव भी नहीं लड़ेंगे. जबकि सचिन पायलट ने करीब एक घंटे की मुलाकात के दौरान सोनिया गांधी को राजस्थान के घटनाक्रम से अवगत कराया और 2023 के चुनाव को प्राथमिकता के तौर पर गिनाया.
राजस्थान की बयानबाजी पर नकेल!
गहलोत की मुलाकात के बाद केसी वेणुगोपाल दस जनपथ से बाहर आए और उन्होंने बताया कि राजस्थान के मुख्यमंत्री को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष एक या दो दिन में फैसला करेंगी. अध्यक्ष पद के चुनाव पर उन्होंने कहा कि शुक्रवार दोपहर तक स्थिति स्पष्ट हो जाएगी. बाद में वेणुगोपाल ने एक एडवाइजरी जारी की और कहा कि पार्टी राजस्थान में कांग्रेस नेताओं के आंतरिक मामलों और अन्य नेताओं के खिलाफ बयानों पर ध्यान दे रही है. सभी कांग्रेस नेताओं को सलाह दी जा रही है कि किसी भी स्तर पर अन्य नेताओं के खिलाफ या पार्टी के आंतरिक मामलों के बारे में सार्वजनिक बयानबाजी ना की जाए. अगर कोई एडवाइजरी का उल्लंघन करता है तो उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी.
दिन में बड़े नेताओं के बीच चली बैठकें
इससे पहले दिन में मुकुल वासनिक और गहलोत के बीच बैठक हुई. इसके अलावा, तारिक अनवर की एके एंटनी के साथ मुलाकात हुई. एंटनी और अनवर दोनों पार्टी की अनुशासन कमेटी के अध्यक्ष और सदस्य सचिव हैं. उन्होंने हाल ही में राजस्थान में पार्टी के तीन नेताओं को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. बताया जा रहा है कि सचिन पायलट ने भी पार्टी के कुछ नेताओं से मुलाकात की है.