VIDEO : भारत जोड़ो यात्रा में थिरकते नजर आ रहे पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह.. बोले…75 साल का जवान डांस क्यों नहीं कर सकता..?
(शशि कोन्हेर) : कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान नेताओं के भी कई रूप देखने को मिल रहे हैं. शुक्रवार को मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी चेंदा ढोल की थाप पर थिरकते दिखाई दिए. अभी भारत जोड़ो यात्रा कर्नाटक से गुजर रही है, जबकि इसे शुरू हुए 30 दिन हो चुके हैं.
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के सीनियर लीडर दिग्विजय सिंह का शुक्रवार को अनोखा अंदाज देखने को मिला. कर्नाटक में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान वह चेंदा ड्रम (दक्षिण भारतीय शैली का एक वाद्य) की थाप पर थिरकते दिखाई दिए. इसे लेकर उन्होंने वीडियो ट्वीट किया. साथ ही लिखा कि ’75 साल का जवान डांस क्यों नहीं कर सकता?’
भारत जोड़ो यात्रा को शुरू हुए 30 दिन हो चुके हैं. यात्रा अभी अपने कर्नाटक पड़ाव में हैं. यहां मांडया जिले में यात्रा के दौरान दिग्विजय सिंह को एक जगह चेंदा ड्रम की थाप पर थिरकते हुए देखा गया. इसे लेकर उन्होंने ट्वीट किया-’75 साल का युवा व्यक्ति आनंद क्यों नहीं उठा सकता. कल आपने 75 साल के सिद्धारमैया को राहुल गांधी के साथ दौड़ते देखा. आपकी उम्र उतनी ही होती है, जितना आप महसूस करते हैं. अगर हम युवा महसूस करते हैं तो क्यों नहीं ये आनंद उठा सकते’
दिग्विजय सिंह ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान शुक्रवार को 20 किलोमीटर की पदयात्रा भी की. वहीं शुक्रवार को राहुल गांधी के साथ यात्रा के दौरान दिवंगत पत्रकार गौरी लंकेश का परिवार भी शामिल हुआ. गौरी लंकेश की मां इंदिरा लंकेश और बहन कविता लंकेश भारत जोड़ो यात्रा से कर्नाटक में बेल्लूर से गुजरने के दौरान जुड़े.
भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने एक सभा में कहा कि अक्सर लोग उनसे आकर पूछते हैं कि अक्सर लोग उनसे आकर सवाल करते हैं कि कन्नड़ भाषा पर हमला क्यों हो रहा है? शुक्रवार को शिक्षा के कई एक्सपर्ट से उन्होंने बातचीत की, उनमें से कुछ ने उनसे सवाल किया कि क्यों कन्नड़ भाषा पर हमला क्यों हो रहा है? क्यों हमारे जीने के तरीके, हमारी संस्कृति और हमारे इतिहास पर हमला हो रहा है? हमारी पुस्तकों से बसवन्ना के इतिहास को क्यों मिटाया जा रहा है?
राहुल गांधी अपनी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान लगातार ऐसे प्रश्न उठा रहे हैं. वो बार-बार भारत की विविधता को बचाने, सौहार्द को बचाने की बात कर रहे हैं.