ब्रिटेन में भारतीय मूल की गृह मंत्री सुएला ने दिया इस्तीफा, ऋषि सुनक समर्थक ग्रांट शैप्स को मिला पदभार
(शशि कोन्हेर) : ब्रिटेन में भारतीय मूल की गृह मंत्री सुएला ब्रेवरमैन (42) ने बुधवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने निजी इमेल से सरकारी तंत्र को संदेश भेज दिया था। नियमों के अनुसार यह गंभीर गलती थी। इसी के बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया। सुएला ने कहा, मैं ने एक गलती की, उसे मैं स्वीकार करती हूं और गृह मंत्री पद से इस्तीफा दे रही हूं।
कंजरवेटिव पार्टी के नेता ग्रांट शैप्स ब्रिटेन के नए गृह मंत्री होंगे। शैप्स ने पार्टी में हुए प्रधानमंत्री पद के चुनाव में ऋषि सुनक का खुलकर समर्थन किया था। उन्हें प्रधानमंत्री लिज ट्रस का आलोचक माना जाता है।
निजी ईमेल का इस्तेमाल करने पर दिया इस्तीफा
सुएला ने कहा, उन्होंने एक सरकारी दस्तावेज अपने निजी ईमेल से एक विश्वस्त संसदीय सहयोगी को भेजा था। यह दस्तावेज सरकार की आव्रजन नीति से संबंधित मंत्री का बयान था। जैसे ही मुझे अपनी गलती का पता चला, वैसे ही इसकी जानकारी अधिकारियों को दी। कैबिनेट सचिव को उसके बारे में बताया।
इस्तीफा देने से पहले सुएला ने प्रधानमंत्री ट्रस से मुलाकात की और उनके साथ कुछ देर बात की। प्रधानमंत्री ने कहा, मंत्री पद से जुड़े आचरण और गोपनीयता का सम्मान होना चाहिए। ट्रस ने सुएला की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन के मौके से जुड़ी व्यापक व्यवस्थाओं को कुशलता से संभालने के लिए प्रशंसा की है।
भारतीय मूल की हैं सुएला ब्रेवरमैन
सुएला गोवा में जन्मे पिता और तमिल मूल की मां की संतान हैं। उन्होंने ब्रिटेन की गृह मंत्री के रूप में केवल 43 दिन कार्य किया। इस दौरान भारतीय वीजा को लेकर उनका बयान खासा विवाद में आया।
लेकिन उन्होंने भारत के साथ मुक्त व्यापार संधि किए जाने के लिए ब्रेसब्री जताकर उस बयान से हुए नुकसान की भरपाई की कोशिश भी की। जबकि नए गृह मंत्री शैप्स वही नेता हैं जिन्होंने चार अक्टूबर को कहा था कि ट्रस केवल दस दिन तक ही प्रधानमंत्री बनी रह सकती हैं।
पांच दिन में ट्रस सरकार को दूसरा झटका
ट्रस सरकार से वित्त मंत्री क्वासी क्वार्टेंग की बर्खास्तगी के महज पांच दिन बाद वरिष्ठ मंत्री सुएला के इस्तीफे ने ब्रिटिश सरकार को और ज्यादा अस्थिर कर दिया है। बुधवार को संसद में प्रधानमंत्री ट्रस से भी इस्तीफे की मांग की गई। उससे पहले सत्तापक्ष और विपक्ष, दोनों के ही सांसद ट्रस से इस्तीफा मांग चुके हैं।
विदित हो कि प्रधानमंत्री बोरिस जानसन के इस्तीफे के बाद सितंबर में ट्रस की सरकार बनी थी। इसके बाद सरकार का मिनी बजट आने के बाद देश में आर्थिक अस्थिरता का दौर शुरू हो गया और चंद रोज बाद सरकार पर सवाल उठने लगे।