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अब गधे और कुत्ते बचाएंगे पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था! चीन को इन जानवरों की सप्लाई करेगा पाक

(शशि कोन्हेर) : पाकिस्तान की खराब हो चुकी अर्थव्यवस्था को अब वहां के कुत्ते और गधे बचाएंगे। ये हम नहीं कह रहे, बल्कि वहां की सरकार का कुछ ऐसा ही प्लान है। पाकिस्तान की सरकार अब चीन को गधे और कुत्ते सप्लाई करने की तैयारी कर रही है, ताकि देश की अर्थव्यवस्था में कुछ सुधार आ सके।

कुत्तों की भी आई डिमांड

चीन ने पाकिस्तान के गधों और कुत्तों को आयात करने में रुचि दिखाई है। चीन पहले भी पाकिस्तान से गधों को आयात करवाता रहा है। इस बार चीन ने तो पाकिस्तान से कुत्तों की डिमांड भी की है।


चीन पहले से ही कुत्तों, गधों, चमगादड़ से लेकर कई तरह-तरह के जीव-जंतुओं को खाने के लिए बदनाम रहा है। कई जानवरों को सेक्स पावर के लिए चीनी लोग मारकर खाते रहे हैं। गधों को लेकर चीन का दावा है कि वो इसकी खाल से दवा बनाता है।


अफगानिस्तान से सप्लाई रुका


चीन मुख्य रूप से पाकिस्तान और आफगानिस्तान से मांस का आयात करते रहा है। ये दोनों देश चीन के नजदीक हैं, जिसके कारण उसे सस्ता मांस मिल जाता है। वहीं गधों को चीन पहले अफ्रीकी देशों से भी आयात करते रहा है, लेकिन अब वो लगभग बर्बाद हो चुके अपने दोस्त पाकिस्तान की मदद के लिए गधों को पाक से ही ज्यादा खरीदने का प्लान कर रहा है।

वहीं अफगानिस्तान से इन दिनों चीन को मांस नहीं मिल पा रहा है। क्योंकि अफगानिस्तान में लंपी वायरस के कारण जानवर बीमार हैं, जिसके कारण मांस का निर्यात नहीं हो पा रहा है।


पाकिस्तान खुश


इस फैसले को लेकर पाकिस्तान सरकार में खुशी देखी जा रही है। दरअसल पाकिस्तान इस समय नकदी की समस्या का सामना कर रहा है। अगर चीन इन जानवरों को पाक से खरीदता है तो उसे कुछ पैसे मिलेंगे, जिससे डूबती हुई अर्थव्यवस्था को बचाने में कुछ मदद मिल सकती है।


पाक के अधिकारियों की मानें तो गधों में चीन की गहरी दिलचस्पी इसलिए है क्योंकि वे पारंपरिक चीनी दवाओं, “ईजाओ” या जिलेटिन के निर्माण में इस जानवर की खाल का उपयोग करते हैं, जिसमें औषधीय गुण होते हैं।


पाकिस्तान के पास इस समय दुनिया की तीसरी सबसे ज्यादा गधों की आबादी है। पाकिस्तान पहले भी गधों का निर्यात करते रहा है। यही कारण है कि यहां बड़े पैमाने पर गधों का पाला जा रहा है

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