पुतिन ने फिर की भारत की तारीफ, भारतीयों को बताया प्रतिभाशाली और प्रेरित करने वाला
(शशि कोन्हेर) : रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शुक्रवार को भारतीयों को ‘प्रतिभाशाली’ और “प्रेरित’ करने वाला बताया। पुतिन ने कहा कि इस बात किसी तरह का संदेह नहीं होना चाहिए कि भारत में बहुत संभावनाएं हैं और यह विकास की राह में उत्कृष्ट परिणाम प्राप्त करेगा। 4 नवंबर को रूस के एकता दिवस के अवसर पर रूसी राष्ट्रपति ने भारत की शानदार क्षमताओं की तारीफ की।
मूल रूप से रूसी भाषा में दिए गए पुतिन के अनुवादित भाषण के अनुसार, ‘भारत अपने विकास के मामले में उत्कृष्ट परिणाम प्राप्त करेगा। करीब डेढ़ अरब लोग ही भारत की सबसे बड़ी संभावना हैं। वहां पर प्रतिभाशाली लोगों की बड़ी जमात है।’
यूरोप पर साधा निशानारूसी राष्ट्रपति ने अफ्रीका में उपनिवेशवाद, भारत की क्षमता और रूस की ‘अद्वितीय सभ्यता तथा संस्कृति’ का जिक्र किया। उन्होंने रूसी और वैश्विक इतिहास का हवाला देते हुए कहा कि पश्चिमी साम्राज्यों ने किस तरह लूटपाट की अफ्रीका का इसका उदाहरण है।
पुतिन ने कहा, ‘काफी हद तक, पूर्व औपनिवेशिक शक्तियों द्वारा हासिल की गई समृद्धि अफ्रीका की लूट पर आधारित रही। यूरोप का इतिहास किसी से छिपा नहीं है। संसाधनों की लूट, डकैती और लोगों को दास बनाना यूरोप की प्रथा है और इसी कारण इन औपनिवेशिक ताकतों ने किसी को उभरने नहीं दिया।
अब यही ताकतें रूस को नुकसान पहुंचाना चाहती हैं लेकिन इसमें उन्हें सफलता नहीं मिलेगी। रूस भिन्नताओं से भरा देश है। यहां पर सभी को साथ लेकर चलने की भावना है। यही हमारी सभ्यता है। हम इसी के साथ हमेशा आगे बढ़ते रहेंगे।’