बिलासपुर

बिलासपुर की जनता का जितना अटूट भरोसा पुलिस के पेट्रोल पंप पर है…उतना पुलिस पर कब होगा…?

(शशि कोन्हेर) : बिलासपुर – बिलासपुर में ईदगाह चौक के पास कुछ बरस पहले शुरू हुए “पुलिस पेट्रोल पंप” पर बिलासपुर की जनता और खासकर युवाओं का जितना भरोसा है… उतना तो पुलिस पर भी शायद ही हो!! शहर के लोगों का इस पेट्रोल पंप पर इतना अधिक भरोसा है कि स्टेशन से लेकर सरकंडा और तोरवा रेलवे तथा मोपका क्षेत्र के लोग इस पेट्रोल पंप की शुद्धता के कायल हैं। और वे अपने घरों के आस-पास के पेट्रोल पंपों को छोड़कर लंबी दूरी तय करने के बाद पुलिस के पेट्रोल पंप से ही इंधन ले रहे हैं। बिलासपुर के लोगों का इस पेट्रोल पंप पर जितना भरोसा है। उतना शायद खुद पुलिस पर भी नहीं होगा। अगर मैं यह कहूं कि बिलासपुर की जनता इस पेट्रोल पंप पर आंख मूंदकर भरोसा करने लग गई है। और जनता का ऐसा भरोसा जीतना वाकई काबिले तारीफ है। उम्मीद करनी चाहिए कि अपने ही पेट्रोल पंप से सीख लेकर बिलासपुर पुलिस भी खुद को लेकर जनता का ऐसा भरोसा जीतेगी जिससे उस पर भी लोग आंख मूंदकर भरोसा करने लगें। काश! वह दिन जल्दी आ जाता।

बहरहाल यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगा कि बिलासपुर की जनता पुलिस पेट्रोल पंप की तरह शहर की पुलिस पर करने लग जाए..तब बिलासपुर की पुलिस के लिए यही कहा कहना पड़ेगा…कि वाह क्या बात है..? जहां तक बिलासपुर के तमाम पेट्रोल पंप और डीजल पंपों की बात है बिलासपुर की युवा पीढ़ी यहां की लड़कियां, लड़के और सभी आयु वर्ग के लोग कुछ पेट्रोल पंपों वालों की कारगुजारियों को हमेशा ही शक की निगाह से देखते हैं। भले ही किसी पेट्रोल पंप में मिलावट होती हो अथवा नहीं..! लेकिन चंद अपवाद छोड़ जनता के मन में अधिकांश पेट्रोल पंपों के बारे में अच्छे विचार नहीं रहते।‌ ऐसी बात नहीं है कि बिलासपुर की पुलिस पर बिलासपुर की जनता का भरोसा नहीं है। थानों में रोज दरयाफ्त होते लोग और न्याय की उम्मीदों में पुलिस अधिकारियों के चक्कर लगाती जनता की भीड़ साफ इशारा कर रही है कि अभी भी पुलिस पर लोगों का भरोसा बना हुआ है।

लेकिन इसके बावजूद विश्वास के मामले में पुलिस पेट्रोल पंप की बात कुछ और है ही…. इतना भरोसा लोग पुलिस पर करते होंगे, ऐसा शायद ही कोई दावा कर सके। आप सरसरी नजर में देख भी सकते हैं कि शहर के दूसरे पेट्रोल पंपों की बजाय पुलिस पेट्रोल पंप पर पेट्रोल और डीजल के लिए लगने वाली गाड़ियों की कतारे कई गुना अधिक लंबी रहती है। और दूसरे पेट्रोल कुछ बदनामशुदा पंपों की तरह यहां ग्राहक आमतौर पर पेट्रोल देने वाले कर्मचारियों के साथ, व्यर्थ की बहसबाजी अथवा मिलावट या फिर कमतौल को लेकर झिकझिक करते नजर नहीं आते। बिलासपुर के लोगों का पुलिस पेट्रोल जैसा यही भरोसा यदि पुलिस पर भी हमेशा कायम हो जाय तो उसे सोने में सुहागा ही कहा जाएगा। और ऐसा होना बिलासपुर की जनता और यहां की पुलिस, दोनों के लिए ही बहुत ही अच्छा और तारीफ ए काबिल रहेगा। यहां ध्यान दिला दें कि प्रदेश के मुख्यमंत्री और गृह मंत्री भी कहा करते हैं कि पुलिस से कहा करते है कि वो जनता का विश्वास अर्जित करें। और बिलासपुर के ईदगाह चौक पुलिस पेट्रोल पंप ने यह मुकाम कब का हासिल कर लिया है..?

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