पंचायत चुनाव में हिंसा की आशंका, अभी से ही सुनाई दे रही है बम-बंदूक की आवाजें- दिलीप घोष
(शशि कोन्हेर) : भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष ने पंचायत चुनाव में हिंसा की आशंका जताई है। घोष ने रविवार को इको पार्क में मार्निंग वाक के दौरान कहा कि पिछली बार चुनाव में 40-50 लोग मारे गए थे। नामांकन की अनुमति नहीं थी।
इस बार भी बम और बंदूक की आवाजें पहले से ही आ रही हैं। स्थिति और भी भयानक होगी। बता दें कि तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और सांसद अभिषेक बनर्जी ने कहा था कि इस साल पंचायत चुनाव शांतिपूर्ण होंगे। अभिषेक बनर्जी के बयान पर टिप्पणी करते हुए दिलीप घोष ने ये बातें कहीं।
बंगाल में है अवैध हथियार और विस्फोटकों का जखीरा”
दक्षिण 24 परगना के सोनारपुर में शूट आउट की घटना पर दिलीप घोष ने कहा कि शूट आउट खबरें नई नहीं हैं। ये रोज होती हैं।पिछले डेढ़ महीने से कोई दिन ऐसा नहीं है, जब गोलीबारी और बम विस्फोट नहीं हुआ हो।दो-तीन जगहों से ऐसी खबरें होती रहती है।
पूरा बंगाल अवैध हथियारों और विस्फोटकों से भरा हुआ है। वास्तव में तृणमूल कांग्रेस में आपसी संघर्ष इस स्तर पर पहुंच गया है कि पार्टी इसे नियंत्रित करने में असमर्थ है, जो असामाजिक तत्व हैं, वे सभी दलों में प्रवेश कर रहे हैं और असामाजिक गतिविधियां कर रहे हैं।
आपस में हिंसा कर रहे हैं। इसी वजह से गोलीबारी हो रही है। पुलिस जितने भी लोगों को पकड़ेगी, वे ऐसे ही लोग हैं, जो तृणमूल कांग्रेस से हैं और टीएमसी के नेता चुपचाप देख कर पैसे कमाने में भी लगे हैं।
तृणमूल विधायक टीवी पर सिखा रहे हैं बंदूक चलाने का तरीका
उन्होंने कहा कि उनका एक सांसद बता रहा है कि बम कैसे बनाया जाए, क्या सामग्री दी जाए। एक विधायक मदन मित्रा टीवी पर बता रहे हैं कि प्रशिक्षण कैसे देना है। ट्रिगर पर हाथ कहां रखना है, बंदूक कहां रखनी है। ये सब उन्हें बता रहे हैं। अगर नेता इस तरह गैंगस्टर हैं, तो बाकी लोग प्रेरित होंगे।
मंत्री फिरहाद हकीम ने टिप्पणी की कि मदन का दिमाग खराब हो गया है। मंत्री फिरहाद हकीम द्वारा हथियार और बम बरामद करने में पुलिस की भूमिका की सराहना करने पर दिलीप घोष ने कहा कि पुलिस ने बम बरामद किया था तो इतने विस्फोट क्यों हो रहे हैं। शायद वे कहीं और से बरामद कर रहे हैं। टीएमसी नेताओं के घरों में अवैध बम मिल रहे हैं, लेकिन पुलिस खामोश है।