बिलासपुर

गड्ढापुर से चाकूपुर बनने की ओर बढ़ रहा बिलासपुर… मंगलवार को बाप बेटे में पहले हिंसक मारपीट… फिर पिता ने बेटे के सिर पर चाकू मारा..अब तक रिपोर्ट नहीं..!

(शशि कोन्हेर के साथ जयेंद्र गोले) : बिलासपुर – सीवरेज के गड्ढों के कारण पूरे प्रदेश में गड्ढा पुर कहलाने वाला बिलासपुर अब चाकूबाजी की घटनाओं के कारण चाकूपुर कहलाने की ओर तेजी से बढ़ रहा है। कहने को तो यहां पर पुलिस के वजनदार दमदार थाने हैं। शहर में सुबह से शाम तक सायरन बजाती गाड़ियों की गश्त है। लेकिन चाकूबाजी की घटनाएं हैं कि रुकने का नाम नहीं ले रही। अब मैग्नेटो मॉल या कहें साईं मंदिर (श्रीकांत वर्मा मार्ग )के पीछे स्थित शारदानंद नगर में रहने वाले बाप बेटों के बीच ऐसा झगड़ा हुआ कि खून खराबा हो गया। आसपास रहने वालों के मुताबिक मकान को बेचने और ना बेचने को लेकर वाद-विवाद करने को लेकर पिता पुत्र के बीच हिंसक मारपीट शुरू हो गई। मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र का बताया जा रहा है। यहां (श्रीकांत वर्मा मार्ग) साईं मंदिर के पीछे स्थित शारदानंद नगर में रहे हरीश चंद्र कश्यप के सर पर उसके पिता ने चाकू से प्राणघातक वार किया। इसमें पिता का नाम मालिकराम बताया जा रहा है जो हलवाई का काम करता है।

वही बेटे का नाम हरि शंकर कश्यप और उम्र 25 वर्ष बताई गई है। घटना कल शाम को 7-8 बजे की है। मकान के मामले को लेकर दोनों में झगड़ा हुआ और उसके बाद पिता शालिगराम में अपने बेटे हरि शंकर कश्यप के सर पर चाकू से घातक वार कर दिया। सर में पड़े चाकू के घातक वार से खून हुए हरिशंकर देख कर उसके परिजन घबरा गए और उन्होंने पहले किसी निजी चिकित्सक के यहां मरहमपट्टी कराई फिर जिला चिकित्सालय उपचार के लिए चले गए। इस मामले में भी सिविल लाइन पुलिस ने भी घायल हरिशंकर को मुलाहिजा के लिए जिला अस्पताल भेजा। और जिला चिकित्सालय में मुलाहिजा के बाद भी दोनों में से कोई भी थाने में रिपोर्ट दिखाने को तैयार नहीं है। ऐसे में पुलिस करे तो क्या करें..? लेकिन यदि इसी तरह सरेराह मोहल्लों में आपस में चाकूबाजी या लाठी डंडे से मारपीट करने वाले लोग अगर वारदात के बाद रिपोर्ट दर्ज कराने से इंकार कर दें तब पुलिस को क्या करना चाहिए..? संभवत इस बाबत उच्चाधिकारियों कोई निर्देश अपेक्षित है..!

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