जामनगर में जडेजा वर्सेस जडेजा.. ननंद के बाद ससुर भी कांग्रेस के सपोर्ट में
(शशि कोन्हेर) : गुजरात विधानसभा चुनाव के मद्देनजर जडेजा परिवार में दरार की अटकलों के बीच बीजेपी कैंडिडेट रिवाबा जडेजा ने साफ किया है कि परिवार में कोई मतभेद या अंतर नहीं है। यह सिर्फ विचारधारा का मामला है।
बुधवार (30 नवंबर, 2022) को क्रिकेटर रविंद्र जडेजा की पत्नी ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा- ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, जब एक परिवार के दो सदस्य दो अलग-अलग विचारधाराओं से नाता रखते हों।
मेरा विश्वास जामनगर के लोगों में है…जामनगर ने हमें ढेर सारी चीजें दी हैं। मेरे पति यहां पैदा हुए और यहीं से करिअर का आगाज किया।
बकौल रिवाबा, “जहां तक मेरे ससुर की बात है तो उन्होंने जो कुछ वीडियो में किया वह उन्होंने ससुर के नाते नहीं किया। जो कुछ भी किया गया है वह दूसरी पार्टी के नेता के तौर पर उन्होंने किया। वे दूसरी पार्टी के कार्यकर्ता हैं, इसलिए उनकी अलग विचारधारा है, जबकि मैं अपना काम कर रही हूं।”
आगे यह पूछे जाने पर कि इस स्थिति में तो आपके पति रविंद्र को दो विचारधाराओं के साथ काफी समस्या होती होगी? उन्होंने कहा- रविंद्र मेरे फैसलों मेरा समर्थन करते हैं। हम एक हैं। हमारी विचारधारा भी एक है। इसमें किसी प्रकार के भ्रम की स्थिति नहीं है। हमें पता है कि क्या करना है और क्या नहीं। परिवार में भी कोई भ्रम नहीं है। यह सिर्फ विचारधारा का मामला है।
दरअसल, रिवाबा की ये टिप्पणियां तब आई हैं, जब उनके परिवार में खटपट को लेकर कई तरह के दावे हुए थे। बीजेपी ने जिस सीट से रिवाबा को उतारा है, वहां से उनके पति की बहन और कांग्रेस से ताल्लुक रखने वाली नैना जडेजा (ननद) पार्टी के लिए प्रचार करती दिखी थीं।
यही नहीं, उनके ससुर और क्रिकेटर के पिता अनिरुद्ध सिंह ने जामनगर नॉर्थ सीट पर कांग्रेस का समर्थन किया। सियासी दलों के वॉट्सऐप ग्रुप्स पर सामने आए एक वीडियो में सिंह जामनगरवासियों और राजपूत समुदाय के लोगों से कांग्रेस के लिए वोट करने की अपील करते नजर आए।
“बिपेंद्र सिंह जडेजा कांग्रेस की ओर से जामनगर नॉर्थ सीट से लड़ रहे हैं। वह मेरे छोटे भाई जैसे हैं। मैं राजपूत समुदाय के लोगों से अपील करता हूं कि वे उन्हें भारी मतों से विजयी बनाएं।” यह वीडियो सामने आने के बाद जडेजा परिवार में अलग-अलग मत की बात सामने आने लगी थी।