बोरवेल में गिरा तन्मय नहीं बचाया जा सका….84 घंटे बाद बाहर निकाला गया शव
(शशि कोन्हेर) : बैतूल – मध्य प्रदेश के बैतूल जिले के मंडावी गांव में 55 फीट गहरे बोरवेल में फंसे आठ वर्षीय बच्चे तन्मय साहू को बाहर निकाल लिया गया है। हालांकि तन्मय की जान नहीं बच सकी। 84 घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। बोरवेल से निकालने के बाद तुरंत अस्पताल ले जाया गया था। आठनेर के थाना प्रभारी अजय सोनी ने बताया था कि मांडवी के सुनील साहू का आठ साल का बेटा तन्मय मंगलवार को शाम करीब पांच बजे पुराने बोरवेल में गिर गया था।
सूचना मिलते ही मौके पर एसडीईआरएफ की टीम और पुलिस टीम पहुंची और बचाव का कार्य प्रारंभ किया गया। तन्मय करीब 50 फीट गहराई पर अटका हुआ था और बात कर रहा था। बोरवेल से करीब 30 फीट की दूरी पर बुलडोजर और पोकलेन मशीन की सहायता से सुरंग बनाने के लिए खोदाई प्रारंभ की गई थी। पोकलेन मशीन से करीब 50 फीट की गहराई तक खुदाई की गई, इसके बाद फंसे हुए बच्चे तक सुरंग बनाने का काम किया गया।
तन्मय के शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया। डाक्टरों की टीम सिविल सर्जन अशोक बारंगा की मौजूदगी में पोस्टमार्टम कर रही है। तन्मय के माता–पिता ने इस बात को लेकर नाराजगी जताई है कि बोरवेल से बाहर निकालने पर उन्हें बेटे का चेहरा तक नहीं दिखाया गया।
मांडवी गांव में मंगलवार शाम बोरवेल में गिरे आठ साल के तन्मय साहू को सुरक्षित निकालने के लिए युद्ध स्तर पर बचाव अभियान पिछले 84 घंटे तक चला। एनडीआरएफ और एसडीईआरएफ की टीम द्वारा बोरवेल के समानांतर 46 फीट का गढ्ढा कर शुक्रवार तीन बजे तक करीब नौ फीट लंबी सुरंग बनाई गई थी। तन्मय तक पहुंचने के लिए सिर्फ तीन फीट सुरंग बनाई जानी बाकी रह गई थी।
कलेक्टर बैंस ने बताया कि लगभग तीन फीट सुरंग की खोदाई शेष रह गई थी। मलबा बाहर निकालने के लिए कुछ देर के लिए काम रोका गया था। जिसके बाद तन्मय के शरीर में कोई हरकत नजर नहीं आ रही थी। मौके पर डाक्टरों की टीम मौजूद थी, जो तन्मय को बाहर निकालने के तत्काल बाद परीक्षण किया और अस्पताल उसे पहुंचाने ले जाया गया। जहां पर बच्चे को मृत घोषित किया गया।