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चोर बनी पोती, दादी की आंखों में मिर्ची पाउडर डाल लूटे गहने, इस तरह हुई गिरफ्तार

(शशि कोन्हेर) : ठाणे के मुंब्रा में एक अपार्टमेंट में अकेली रहने वाली 75 वर्षीय एक महिला से कथित तौर पर उसकी 40 वर्षीय पोती ने 88,000 रुपये की कीमत के गहने चोरी किए हैं। पुलिस ने बताया है कि रिदा अंसारी के रूप में पहचानी गई आरोपी ने अपनी दादी की आंखों में मिर्च पाउडर फेंक दिया।

जब वह रात के खाने के बाद गलियारे में टहल रही थी। डकैती के समय आरोपी रिदा ने बुर्का पहन रखा था, लेकिन रास्ते में लगे सीसीटीवी में यह घटना कैद हो गई, जिसकी मदद से उसे गिरफ्तार कर लिया गया।


घटना पिछले महीने 30 नवंबर को हुई थी, चूंकि घटना के बाद पीड़ित बुजुर्ग नागरिक अस्पताल में भर्ती थी, इसलिए उसने पांच दिन बाद पुलिस में मामला दर्ज कराया। पीड़िता सुगराबी मोमिन पिछले 10 सालों से हेवन हाइट्स की छठी मंजिल पर अकेली रह रही है। मोमिन के लंच और डिनर के बाद बिल्डिंग के रास्ते में टहलने के रूटीन से हर कोई वाकिफ है।


दो कंगन छीने और फरार हो गईमुंब्रा पुलिस के एक अधिकारी के अनुसार घटना के दिन, वह गलियारे में खड़ी थी, तभी उसकी मुलाकात बुर्का पहने एक महिला से हुई। महिला ने मोमिन को बात में उलझाकर रखा और फिर अचानक उसकी आंखों में मिर्च पाउडर फेंक दिया। इससे पहले कि मोमिन की चीख-पुकार पर पड़ोसी मदद के लिए पहुंचते, बुर्के वाली महिला ने मोमिन के गोल्ड के दो कंगन छीने और फरार हो गई।

इतना ही नहीं इस दौरान मोमिन बुरी तरह से घायल हो गई, उसके हाथ से खून बहने लगा। वह मिर्च पाउडर के कारण सांस भी नहीं ले पा रही थी और देख भी नहीं पा रही थी। जांच अधिकारी, सहायक पुलिस निरीक्षक कृपाली बोरसे ने कहा है कि पड़ोसियों ने मोमिन को पास के एक अस्पताल में भर्ती कराया, जहां वह कुछ दिनों के लिए भर्ती रही। उसने अपने रिश्तेदार की मदद से शिकायत दर्ज कराई जिसे उसने पुणे से बुलाया था।


ऐसे हुआ घटना का खुलासापूरी टीम हरकत में आई और सीसीटीवी फुटेज को अलग-अलग एंगल से खंगाला। बुर्का पहने होने के कारण आरोपी महिला की पहचान करना मुश्किल था। इलाके के कई लोगों से पूछताछ के बाद आरोपी के बारे में सुराग मिला है। हालांकि पुलिस को अभी भी यकीन नहीं था क्योंकि वह पीड़िता की करीबी रिश्तेदार है और पिछले कुछ दिनों से लगातार आ रही थी। पोती रिदा अपने पति और दो बच्चों के साथ पीड़िता के घर से करीब आधा किमी दूर रहती है।

वह अचानक अपनी दादी के पास जाने लगी थी। उसने अपनी दादी के घर के आस-पास पड़ोसियों की गतिविधियों को देखने के बाद इस डकैती की योजना बनाई और लगभग 8.30 बजे रात के खाने के बाद इसे अंजाम दिया जब उसे पता था कि उसकी दादी गलियारे में अकेली होंगी। रिदा ने उसकी उम्र का फायदा उठाया और उसे यकीन था कि वह बच जाएगी क्योंकि उसकी दादी भी उसकी आवाज नहीं पहचानती थी। पकड़े जाने पर रिदा ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उसे आईपीसी की धारा 394 के तहत गिरफ्तार किया गया।

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