कोन्हेर गार्डन में हड़तालियों के कब्जे के खिलाफ निगम आयुक्त के नाम ज्ञापन..न तो बच्चे खेल पा रहे और न बुजुर्ग-युवा वॉक कर पा रहे.. तंबू टेंट नहीं हटा तो वार्ड के लोग आंदोलन के खिलाफ आंदोलन करेंगे
(शशि कोन्हेर) : बिलासपुर। एक ओर जहां नगर निगम के द्वारा तिलक नगर स्थित कोन्हेर गार्डन के सौंदर्यीकरण का काम तकरीबन पूर्णता पर है। वही गार्डन के इस नए स्वरूप का उद्घाटन होने से पहले ही वहां आंदोलन के नाम पर तंबू टेंट लगाकर महीनों से कब्जा कर लिया गया है। इस गार्डन में विगत कुछ माह से हसदेव बचाओ आंदोलनकारियों ने अपना टेंट लगाकर रखा है। चूंकि गार्डन के भीतर मूत्र विसर्जन सहित अन्य प्राकृतिक जरूरतों के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। ऐसे में सुबह से रात तक बैठने वाले हडतालियों और उनके समर्थकों से कितनी समस्या हो रही होगी। इसका आप अंदाजा लगा सकते हैं।
बिलासपुर शहर में एक तो वैसे भी उद्यानों की संख्या बहुत कम है। उसमें भी अगर तिलक नगर की तरह के गार्डन को अगर हडतालियों के हवाले कर दिया जाए। तो इस गार्डन में दिल्ली के बोट क्लब की तरह 10-12 टेंट और अनिश्चितकालीन तथा श्रमिक हड़ताल तथा धरना प्रदर्शन करने वालों का कब्जा हो जाएगा। यह ठीक है कि गार्डन में हसदेव बचाव के लिए धरना और हड़ताल कर रहे लोग और संगठन एक अच्छे कार्य के लिए लगे हुए हैं। लेकिन उनके द्वारा लोगों की हरियाली और मॉर्निंग तथा इवनिंग वॉक के लिए तथा इसी तरह बच्चों के खेलने के लिए बने गार्डन को अपने आंदोलन का अड्डा बनाकर सही नहीं किया जा रहा है। तिलक नगर के लोगों का कहना है कि जैसे भी हो आंदोलनकारियों को और किसी जगह अपना तंबू कनात गाडना चाहिए। ऐसे में देखा देखी कुछ और धरना प्रदर्शन वाले वहां कब्जा जमा सकते हैं।
इस समस्या को देखते हुए तिलक नगर वार्ड के भाजपा पार्षद श्री राजेश सिंह के द्वारा नगर निगम आयुक्त के नाम एक ज्ञापन देकर उनसे मांग की गई है कि नगर निगम आयुक्त कोन्हेर गार्डन के भीतर हड़ताल और धरना दे रहे संगठनों को कहीं और जगह प्रदान करें। जिससे तिलक नगर का यह गार्डन आंदोलन और हड़ताल से मुक्त हो तथा जिन नागरिकों के लिए इसका सौंदर्यीकरण किया गया है वे इसका सुख प्राप्त कर सके। तिलक नगर वार्ड के लोगों का कहना है कि कुछ दिनों के भीतर ही यहां महीनों से लगा तंबू टेंट गार्डन से नहीं हटाया गया तो गार्डन में चल रहे आंदोलन के खिलाफ वार्ड वासी भी धरना आंदोलन पर बैठ सकते हैं।