एक साथ कई ट्रेनों के बोझ को कैसे संभालेगा उसलापुर… संकरा रास्ता सिर्फ दो प्लेटफार्म से होगी दिक्कतें
(भूपेंद्र सिंह राठौर के साथ जयेंद्र गोले) : बिलासपुर – बिलासपुर स्टेशन में ट्रेनों का दबाव कम करने के लिए रेल प्रशासन ने उसलापुर में प्रमुख ट्रेनों को सीधे भेजने का निर्णय लिया है। विस्तारित हो रहे इस स्टेशन में सिर्फ दो प्लेटफॉर्म है। वही स्टेशन तक पहुंचने का रास्ता भी सकरा है।यहां की तमाम कमियों को दूर किये बिना रेल प्रशासन इतना बड़ा निर्णय ले रहा है जो लोगों को परेशान करने वाला है।
दुर्ग-रायपुर से कटनी रेलखंड की ओर जाने वाली चार प्रमुख ट्रेन अमरकंटक एक्सप्रेस, संपर्कक्रांति एक्सप्रेस,सारनाथ एक्सप्रेस और दुर्ग-जम्मूतवी एक्सप्रेस का बिलासपुर में ठहराव समाप्त होने वाला है। ये ट्रेनें बिलासपुर की बजाय उसलापुर रेलवे स्टेशन में ठहरेंगी। पूर्व में भी चार ट्रेनों को इसी तरह उसलापुर स्टेशन से होकर गुजारा जा रहा है। शहर में बिलासपुर के बाद उसलापुर दूसरा प्रमुख रेलवे स्टेशन बनने जा रहा है। यही वजह है कि रेलवे इसे सेकंड टर्मिनल के रूप में विकसित करने का प्रयास कर रही है। ट्रेनों के ठहराव से इस स्टेशन की पूछपरख बढ़ेगी। पूर्व में हम सफर एक्सप्रेस, नवतनवा एक्सप्रेस समेत चार ट्रेनों को बिलासपुर की जगह उसलापुर में ठहराव दिया गया है हालांकि जिन प्रमुख ट्रेनों को बिलासपुर के प्रमुख स्टेशन से हटाकर उसलापुर भेजा जा रहा है उस लिहाज से यहां सुविधाएं मुकम्मल नही हैं।
यहां सुविधाओं का अभाव है। स्टेशन में फुट ओवरब्रिज बनाया गया है और इन दिनों लिफ्ट का काम भी किया जा रहा है,एक ही समय पर दो ट्रेनों के पहुंचने से यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ेगी क्योंकि स्टेशन तक पहुंचने का रास्ता संकरा है।हालांकि रेलवे से जारी अधिसूचना में इन ट्रेनों को अप्रैल व मई से बिलासपुर की जगह उसलापुर स्टेशन से गंतव्य तक ले जाने की तैयारी है।