दुष्कर्म के फरार आरोपी शिवानंद सराफ और लोफंदी-सेंदरी के रेत चोरों का “मितान महाप्रसाद”बन गया है कोनी थाना और खनिज विभाग..!
(शशि कोन्हेर) : बिलासपुर। दुष्कर्म के जिस आरोपी शिवानंद सराफ को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस के द्वारा बकायदा ₹5000 का नगद इनाम घोषित किया गया है। कोनी पुलिस उसके मितान महाप्रसाद की भूमिका निभा रही है। दुष्कर्म के आरोपी लोफंदी निवासी जनपद सदस्य शिवानंद सराफ के साथ कोनी पुलिस और खनिज विभाग के मीठे मीठे रिश्ते उस क्षेत्र में कोई छुपे नहीं है। लोफंदी और सेंदरी दोनों ही गांव, रेत की अवैध खुदाई और परिवहन तथा बिक्री के लिए बदनाम शुदा है। अभी भी सेंदरी कछार में अरपा नदी से रेत का अवैध खनन करने के लिए दो पोकलेन लगे हुए हैं। जिनसे रोज पचासों हाईवा और 100 ट्रैक्टर रेत का वारा न्यारा किया जा रहा है।
दुष्कर्म के फरार आरोपी और सेंदरी गांव के एक व्यवसाई ( जिसका नाम सभी को पता है ) के द्वारा लंबे समय से इस क्षेत्र में अंधाधुंध रेत की अवैध खुदाई और बिक्री कराई जा रही है। लोफंदी और इसी तरह सेंदरी में इस गोरखधंधे के पीछे मौजूद लोग दावा कर रहे हैं कि उन्होंने कोनी पुलिस और खनिज विभाग को दाना पानी डालकर अपना गुलाम बना लिया है। इसलिए उन पर एक तो कार्रवाई नहीं होती और कार्रवाई होती भी है तो मात्र दिखावे के लिए ही की जाती है। इसलिए कोनी पुलिस और खनिज विभाग इस क्षेत्र में आंखों में पट्टी बांधे हुए घूम रहा है। कोनी पुलिस को अपने क्षेत्र के अपराध और दुष्कर्म का फरार आरोपी नहीं दिखता। वही इस थाने की पुलिस और खनिज विभाग अरपा नदी में हो रही अंधाधुंध अवैध खुदाई करने वालों को पकड़ने की बजाय उन्हें अपनी ओर से पूरा संरक्षण किए हुए हैं। रेत के धतकरम में लगे लोगों को लेन-देन के लालच में मितान- महाप्रसाद बनाने वाले पुलिसकर्मियों तथा खनिज अफसरों पर सख्त कार्यवाही किए बिना इस क्षेत्र में ना तो रेत की तस्करी और अवैध खुदाई बंद होगी और ना ही शिवानंद सराफ जैसे दुष्कर्म के आरोपियों को पकड़ा जा सकेगा।