मथुरा की शाही मस्जिद कमेटी के अध्यक्ष ने कहा…मस्जिद खुदा का घर है कोई केक नहीं… यह हमारी जागीर भी नहीं, जो हम अदला-बदली कर दें
(शशि कोन्हेर) : शाही मस्जिद ईदगाह कमेटी के अध्यक्ष डा. जेड हसन ने शुक्रवार को कहा कि मस्जिद खुदा का घर है, कोई केक नहीं है, जो कहीं भी उठाकर ले जाएंगे। ये हमारी जागीर भी नहीं है, जो हम अदला-बदली कर लेंगे। ईदगाह और श्रीकृष्ण जन्मस्थान मामले को लेकर निर्णय जनता करेगी। डा.हसन ने जागरण से बातचीत में हिंदू पक्ष के उन बयानों पर ये बात कही, जिसमें कहा गया है कि ईदगाह छोड़ने के बदले उन्हें ब्रज से बाहर जमीन देने की पेशकश की गई है।
उन्होंने तीन दिन पहले लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा था कि हम श्रीकृष्ण जन्मस्थान और शाही मस्जिद ईदगाह का विवाद न्यायालय के बाहर वार्ता के जरिए सुलझाने को तैयार हैं। इसके लिए वह मुस्लिम और हिंदू पक्ष से बैठकर वार्ता करेंगे। वह चाहते हैं कि बाहर ही वार्ता के जरिए विवाद हल हो। इस पर श्रीकृष्ण जन्मस्थान मामले में न्यायालय में वादी श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास के अध्यक्ष अधिवक्ता महेंद्र प्रताप सिंह ने कहा था कि हम न्यायालय में प्रार्थना पत्र देकर कह चुके हैं कि मुस्लिम पक्ष शाही मस्जिद ईदगाह छोड़ दे, हम ब्रज चौरासी कोस से बाहर उन्हें ढाई गुना जमीन ईदगाह के लिए दे देंगे।
वहीं एक अन्य वादी अखिल भारत हिंदू महासभा के अध्यक्ष दिनेश शर्मा ने कहा कि वह मेवात में ईदगाह के बदले दस एकड़ जमीन देने की बात कही थी। इस बयान के जवाब में डा. हसन ने शुक्रवार को कहा कि ये ईदगाह है कोई केक नहीं, जो कहीं भी उठाकर ले जाएंगे। ये अल्लाह का घर है। हमें जरूर देखरेख करते हैं, लेकिन मालिक नहीं हैं। हमसे भी ऊपर जनता है। जनता इसका निर्णय लेगी।
बैठक कर मुस्लिम पक्ष तलाशेगा वार्ता की संभावना
शाही मस्जिद ईदगाह कमेटी शनिवार शाम पांच बजे बैठक कर हिंदू पक्ष से न्यायालय के बाहर वार्ता के लिए संभावना तलाशेगा। कमेटी अध्यक्ष डा. जेड हसन ने कहा कि कमेटी में दस सदस्य हैं। हमने शनिवार शाम को सभी को बुलाया है। हालांकि अभी स्थान नहीं तय है। हम बैठक कर आपस में पहले वार्ता कर संभावना तलाशेंगे। इसके बाद आगे की बात होगी। उन्होंने अगर कोई निष्कर्ष नहीं निकलता है, तो न्यायालय में वाद तो चल ही रहा है।